शिरोमणि अकाली दल के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं और इस बार नाम सामने आया है ज्ञानी हरप्रीत सिंह का। वे अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार रह चुके हैं। शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें अध्यक्ष पद के लिए राजी कर लिया। सूत्रों का कहना है कि कल पार्टी की भर्ती समिति की बैठक होगी, जिसमें उनके नाम पर आधिकारिक मुहर लग सकती है और उसी दौरान इसका ऐलान भी हो जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, यह भर्ती समिति अकाली दल के बागी गुट ने बनाई है। समिति की बैठक में सभी नेताओं की सहमति ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नाम पर बन चुकी है। हालांकि, दिलचस्प बात यह है कि दो दिन पहले ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा था कि वे अध्यक्ष पद की दौड़ से हटना चाहते हैं और उनकी जगह बीबी सतवंत कौर को अध्यक्ष बनाया जाए।
बीबी सतवंत कौर भी पार्टी अध्यक्ष पद की दावेदार हैं। वे अमरीक सिंह (जो भिंडरावाले के सहयोगी थे) की बेटी हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने बयान में कहा था कि वे इसलिए पीछे हटना चाहते हैं क्योंकि सतवंत कौर भी इस पद के लिए उम्मीदवार हैं और वे नहीं चाहते कि पार्टी में किसी तरह का विवाद हो।
शनिवार को हुई बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सुरजीत सिंह रखड़ा, बीबी जागीर कौर और परमिंदर सिंह ढींडसा मौजूद थे। इस बैठक में ज्ञानी हरप्रीत सिंह भी शामिल हुए और बातचीत के बाद उनके नाम पर सहमति बन गई।
बैठक के बाद उन्होंने पाँच सदस्यीय समिति के सदस्यों से भी मुलाकात की। इस दौरान नई पार्टी के गठन के बाद एक ‘पंथिक समन्वय समिति’ बनाने पर चर्चा हुई। इसका मकसद है—समान विचारधारा वाले दलों के साथ मिलकर आगे की रणनीति बनाना और एकजुट होकर काम करना।
अब सबकी नज़र कल होने वाली बैठक पर है, जिसमें यह तय हो जाएगा कि क्या सचमुच ज्ञानी हरप्रीत सिंह ही अकाली दल की कमान संभालेंगे या फिर अंतिम समय में कोई बदलाव होगा।