दिल्ली की जीवन रेखा कही जाने वाली यमुना नदी वर्षों से प्रदूषण की समस्या से जूझ रही है। अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा दावा किया है कि 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले यमुना पूरी तरह से साफ और शुद्ध हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह केवल सरकार का विकास कार्य नहीं बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा मुद्दा है।
अमित शाह ने एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में कहा कि यमुना की सफाई को किसी राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा,
“यमुना को साफ करना वोट बैंक का मुद्दा नहीं है, यह करोड़ों लोगों की आस्था का विषय है।”
उन्होंने बताया कि यमुना नदी जिन राज्यों से होकर बहती है — उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश — उन सभी में वर्तमान में भाजपा की सरकारें हैं। इसलिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं।
अमित शाह ने कहा कि आज भी छठ पूजा या भाई दूज के दिन लाखों लोग यमुना किनारे पहुंचते हैं, लेकिन गंदगी के कारण नदी में स्नान नहीं कर पाते। उन्होंने भरोसा दिलाया कि
“2029 के लोकसभा चुनाव से पहले यमुना इतनी साफ होगी कि भाई दूज के दिन भाई यमुना में स्नान कर सकेंगे।”
इस बयान के साथ उन्होंने जनता को यह विश्वास दिलाया कि सरकार यमुना को उसकी पवित्रता और प्राकृतिक रूप में वापस लाने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार पहले से ही यमुना एक्शन प्लान और नमामि गंगे परियोजना के तहत कई काम कर रही है। अब इन योजनाओं को तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा ताकि आने वाले वर्षों में यमुना को प्रदूषणमुक्त बनाया जा सके।