दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (डीडीए) अब केवल घर और फ्लैट बनाने तक सीमित नहीं है। अब उसने राजधानी में एक विश्वस्तरीय एजुकेशन सिटी बनाने की योजना तैयार की है। यह सिटी नेरला के सेक्टर G7 और G8 में लगभग 61 एकड़ जमीन पर बनाई जाएगी। यहां स्कूल, कॉलेज, टेक्निकल इंस्टीट्यूट, रिसर्च सेंटर और ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट जैसे कई शैक्षणिक संस्थान होंगे। इसके साथ ही डिजिटल लर्निंग जोन, लाइब्रेरी और इनोवेशन हब भी बनाए जाएंगे ताकि छात्रों को आधुनिक तकनीक और रिसर्च से जोड़ा जा सके।
डीडीए ने इस परियोजना के लिए देशभर के बड़े और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से आवेदन मांगे हैं। जो भी संस्थान इस योजना में भाग लेना चाहते हैं, उनके पास कम से कम 10 साल का अनुभव होना जरूरी है।
यह जमीन 55 साल की लीज पर नीलामी के जरिए दी जाएगी। इच्छुक संस्थान EoI (Expression of Interest) जमा कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 19 नवंबर तय की गई है। यह मौका उन संस्थानों के लिए है जो दिल्ली को ग्लोबल एजुकेशन हब के रूप में विकसित करना चाहते हैं।
एजुकेशन सिटी का निर्माण मास्टर प्लान फॉर दिल्ली (MPD) 2021 के नियमों के अनुसार किया जाएगा।
यूनिवर्सिटी बिल्डिंग्स के लिए FAR 225 और अधिकतम ऊंचाई 37 मीटर होगी।
25% जमीन पर ही निर्माण होगा ताकि हरियाली बनी रहे।
33.33% ग्राउंड कवरेज और FAR 200 लागू होगा।
15% क्षेत्र में स्टेडियम, जिम और सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाएंगे।
15% क्षेत्र में गार्डन और ओपन स्पेस होंगे।
सिटी को 40 मीटर चौड़ी सड़कों से घेरा जाएगा ताकि ट्रैफिक की समस्या न हो।
यह एजुकेशन सिटी केवल पढ़ाई के लिए नहीं, बल्कि आरामदायक जीवन शैली के लिए भी बनाई जाएगी। यहां छात्रों, फैकल्टी और स्टाफ के लिए हॉस्टल और गेस्ट हाउस, पैदल चलने के लिए फ्रेंडली पाथवे, साइकिल ट्रैक, EV चार्जिंग स्टेशन और पर्याप्त पार्किंग की सुविधा होगी। साथ ही, यह सिटी पब्लिक ट्रांसपोर्ट से बेहतरीन कनेक्टिविटी रखेगी ताकि देशभर के छात्र यहां आसानी से पहुंच सकें।
दिल्ली के एलजी वी.के. सक्सेना ने कहा है कि नेरला को निवासियों और निवेशकों के लिए पसंदीदा जगह बनाया जाएगा। डीडीए यहां पहले ही अपनी सबसे बड़ी हाउसिंग स्कीम शुरू कर चुका है। अब एजुकेशन सिटी के साथ-साथ पुलिस कॉम्प्लेक्स, कोर्ट, इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, फाइव-स्टार होटल और प्रिजन कॉम्प्लेक्स की भी योजना तैयार की जा रही है।