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सीएम रेखा गुप्ता ने छठ पर यमुना में लगाई डुबकी, कहा – पूर्वांचलियों से किया वादा पूरा किया

छठ महापर्व के मौके पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोनिया विहार छठ घाट पर पवित्र यमुना में डुबकी लगाकर सूर्य देव और छठी मइया से दिल्लीवासियों की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।

👤 Saurabh 27 Oct 2025 10:27 PM

छठ महापर्व के मौके पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार छठ घाट पर पहुंचकर पवित्र यमुना नदी में डुबकी लगाई। उन्होंने सूर्य देव और छठी मइया से दिल्लीवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। इस दौरान घाट पर हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के लोगों से किया गया वादा सरकार ने पूरा किया है। केजरीवाल सरकार के समय यमुना किनारे छठ मनाने पर प्रतिबंध था, लेकिन भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही उस फैसले को रद्द कर दिया।

“भव्य और दिव्य तरीके से मनाई जा रही छठ पूजा”

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार दिल्ली में छठ पर्व भव्य और दिव्य रूप से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, यह पर्व न सिर्फ आस्था और अनुशासन का प्रतीक है, बल्कि यह मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन का संदेश देता है।”

उन्होंने बताया कि यमुना के किनारे बने घाटों पर सुरक्षा, सफाई, बिजली, शौचालय और मेडिकल सुविधा जैसी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।

नाव से किया घाटों का निरीक्षण

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सांसद मनोज तिवारी, मंत्री कपिल मिश्रा, और अधिकारियों के साथ नाव से लगभग तीन किलोमीटर का सफर किया और छठ घाटों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान मनोज तिवारी ने नाव में छठ गीत गाए, जिससे माहौल भक्तिमय हो गया।

विभिन्न इलाकों में की पूजा-अर्चना

रेखा गुप्ता ने मंगोलपुरी के छठ पार्क और कश्मीरी गेट के वासुदेव घाट पर भी पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। उनके साथ सांसद योगेंद्र चंदोलिया, विधायक राजकुमार चौहान, और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा मौजूद रहे। वासुदेव घाट पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

कोंडली नहर विवाद के बाद पूजा

छठ से एक दिन पहले कोंडली नहर में पानी न होने को लेकर भाजपा और आप में राजनीतिक विवाद हो गया था। रात में नहर में पानी छोड़े जाने के बाद सोमवार को भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उसी नहर में पूजा की और कहा कि “भाजपा सरकार ने श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान किया है।”