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Gill की बल्ले से सुनामी! Sachin-Kohli के रिकॉर्ड चकनाचूर, विदेश में ठोकी भारत की सबसे बड़ी पारी!

शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में इतिहास रच दिया. उन्होंने नाबाद 255 रन बनाकर न सिर्फ SENA देशों में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज बने, बल्कि विराट कोहली का बतौर कप्तान सबसे बड़ी टेस्ट पारी (254 रन) का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया.

👤 Samachaar Desk 03 Jul 2025 09:34 PM

इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 के दूसरे टेस्ट मैच का दूसरा दिन पूरी तरह से शुभमन गिल के नाम रहा. युवा बल्लेबाज ने न सिर्फ रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी, बल्कि क्रिकेट के दिग्गजों जैसे सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स भी तोड़ डाले. इस मैच में गिल ने नाबाद 255 रन की विराट पारी खेली और SENA देशों (South Africa, England, New Zealand, Australia) में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए.

SENA में सबसे बड़ी भारतीय पारी

गिल ने अपनी इस ऐतिहासिक पारी के साथ सचिन तेंदुलकर (241), राहुल द्रविड़ (233) और सुनील गावस्कर (221) जैसे महान खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया. जैसे ही शुभमन गिल ने 242वां रन बनाया, उन्होंने तेंदुलकर का 2004 का रिकॉर्ड तोड़ दिया जो उन्होंने सिडनी में बनाया था.

SENA में टॉप स्कोरिंग भारतीय खिलाड़ी:

1 255* रन – शुभमन गिल

2 241* रन – सचिन तेंदुलकर

3 233 रन – राहुल द्रविड़

4 221 रन – सुनील गावस्कर

बतौर कप्तान सबसे बड़ी पारी

गिल ने कप्तान के तौर पर विराट कोहली का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया. कोहली ने 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 254 रन बनाए थे, वहीं शुभमन गिल ने 255* रन बनाकर यह उपलब्धि भी अपने नाम कर ली. यह पारी उन्होंने 348 गेंदों में 29 चौकों और 3 छक्कों की मदद से खेली, स्ट्राइक रेट रहा 71.84.

टेस्ट में बतौर कप्तान सबसे बड़ी पारी:

1 255* रन – शुभमन गिल

2 254 रन – विराट कोहली

3 243 रन – विराट कोहली

शानदार साझेदारियां और अपराजित पारी

इस मैराथन इनिंग में गिल का साथ वॉशिंगटन सुंदर ने बखूबी निभाया, जबकि जडेजा शतक से चूक गए. गिल की यह पारी सिर्फ रन ही नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास में साहस और कौशल की नई कहानी बन गई है.

शुभमन गिल की यह पारी भारतीय टेस्ट क्रिकेट के लिए मील का पत्थर साबित हुई है. उन्होंने यह दिखा दिया कि वे न सिर्फ भविष्य हैं, बल्कि वर्तमान में भी टीम इंडिया के सबसे मजबूत स्तंभ बन चुके हैं.