करवा चौथ का त्योहार हिंदू विवाहित महिलाओं के लिए बेहद खास होता है. ये व्रत पति-पत्नी के प्रेम और अटूट रिश्ते का प्रतीक माना जाता है. इस साल करवा चौथ 9 अक्टूबर 2025, गुरुवार को मनाया जाएगा. इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं.
व्रत की शुरुआत सुबह सूर्योदय से पहले सरगी खाने से होती है. सरगी को शुभ शगुन माना जाता है, जो आमतौर पर सास द्वारा दी जाती है. लेकिन अक्सर महिलाएं सरगी में गलत खाद्य पदार्थ खा लेती हैं, जिससे दिनभर थकान, एसिडिटी या कमजोरी महसूस होती है. इसलिए जरूरी है कि सरगी की थाली पौष्टिक, हल्की और एनर्जी देने वाली हो. आइए जानते हैं डायटीशियन मोहिनी डोंगरे के सुझावों के अनुसार, सरगी में क्या शामिल करना चाहिए.
सरगी की शुरुआत फलों से करना सबसे अच्छा माना जाता है. सेब, केला, नारियल और संतरा जैसे फल वॉटर कंटेंट और फाइबर से भरपूर होते हैं. ये शरीर में नमी बनाए रखते हैं और पूरे दिन डिहाइड्रेशन से बचाते हैं. खासकर नारियल का पानी या ताजे फल दिनभर ताजगी बनाए रखने में मदद करते हैं.
परंपरागत रूप से सरगी में मिठाई रखना शुभ माना जाता है, लेकिन अधिक मीठा खाने से ब्लड शुगर और इंसुलिन लेवल बढ़ सकता है. ऐसे में मिठाई की जगह दही लेना बेहतर विकल्प है. दही शरीर को ठंडक देने के साथ-साथ एनर्जी बूस्टर का काम करता है. ये पेट को हल्का रखता है और पाचन तंत्र को भी संतुलित रखता है.
सरगी की थाली में बादाम, काजू, अखरोट, और खजूर जैसे नट्स जरूर शामिल करें. इनमें मौजूद हेल्दी फैट्स और प्रोटीन लंबे समय तक पेट भरा रखते हैं और दिनभर एनर्जी देते हैं. खजूर फाइबर से भरपूर होता है, जिससे कब्ज जैसी समस्या से भी राहत मिलती है.
व्रत के दिन लंबा समय बिना खाए बिताना होता है, इसलिए प्रोटीन से भरपूर चीजें थाली में जरूर रखें. पनीर, सोया चंक्स, दाल के स्प्राउट्स या बेसन का चीला अच्छे विकल्प हो सकते हैं. ये शरीर को स्टैमिना देते हैं और एनर्जी लेवल को मेंटेन रखते हैं.
सरगी का सबसे महत्वपूर्ण नियम है- संतुलन. ना तो बहुत ज्यादा तला-भुना खाएं और ना ही बहुत हल्का. बहुत हैवी खाना थकान बढ़ा सकता है, जबकि बहुत लाइट खाना जल्दी भूख और कमजोरी का कारण बन सकता है. इसलिए फाइबर, प्रोटीन और फ्लूइड्स का सही मिश्रण रखें.
करवा चौथ का व्रत केवल आस्था नहीं, बल्कि शरीर और मन की परीक्षा भी है. अगर आप अपनी सरगी की थाली में पौष्टिक और संतुलित भोजन शामिल करती हैं, तो आप न केवल पूरे दिन एनर्जेटिक महसूस करेंगी बल्कि शाम तक बिना थकान के इस पावन व्रत को पूर्ण कर पाएंगी.