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99% लोग नहीं जानते इन दो सस्ते फूड्स में इतना अंतर! छोले और हरी मटर में कौन है बेस्ट?

हरी मटर विटामिन C और फाइबर से भरपूर है, जबकि छोले प्रोटीन के बेहतरीन स्रोत हैं. दोनों स्वास्थ्य के लिए फायदे मंद हैं, पर जरूरत के हिसाब से सेवन करना जरूरी है.

👤 Samachaar Desk 09 Oct 2025 08:35 PM

हरी मटर और छोले दोनों ही भारतीय खाने का अहम हिस्सा हैं और पोषण से भरपूर होते हैं. हालांकि, दोनों के न्यूट्रिशन और सेहत के फायदे अलग-अलग होते हैं. कई लोग सोचते हैं कि ये दोनों समान लाभ देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. हरी मटर में विटामिन C और फाइबर अच्छी मात्रा में होता है, जबकि छोले प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं. तो आइए जानते हैं आपके लिए कौन ज्यादा फायदेमंद है.

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में संतुलित आहार बनाए रखना आसान नहीं रहा. ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें जो पूरे पोषण के साथ वजन कंट्रोल में भी मदद करें. सर्दियों में हरी मटर और छोले दोनों का सेवन खासा होता है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने और वजन घटाने में सहायक होते हैं. चलिए इनके पोषण मूल्य पर नजर डालते हैं.

हरी मटर के स्वास्थ्य लाभ

हरी मटर में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन C, विटामिन K, फोलेट और मिनरल्स पाए जाते हैं. यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार होती है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. फाइबर की वजह से पाचन भी बेहतर होता है. हरी मटर में मौजूद मैग्नीशियम और पोटैशियम हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं. लेकिन जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर ब्लोटिंग या गैस जैसी समस्या हो सकती है.

प्रोटीन से भरपूर छोले

छोले में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है. इसके अलावा इसमें फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम और जिंक भी होते हैं. छोले में विटामिन B और हेल्दी फैटी एसिड भी पाए जाते हैं. प्रोटीन के कारण ये पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं, जिससे बार-बार खाने की इच्छा कम होती है. मसल्स बनाने वालों के लिए छोले एक बेहतरीन विकल्प हैं. 1 कप छोले में लगभग 14.5 ग्राम प्रोटीन होता है. ये ब्लड शुगर नियंत्रण और पाचन सुधार में भी मदद करते हैं.

छोले या हरी मटर: कौन बेहतर?

हरी मटर और छोले दोनों स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं, लेकिन उनकी उपयोगिता अलग-अलग होती है. मसल्स गेन, वजन कंट्रोल और ब्लड शुगर में सुधार के लिए छोले ज्यादा उपयुक्त हैं. वहीं, विटामिन C से भरपूर हरी मटर कम कैलोरी वाली होती है और वजन घटाने में मदद करती है. ध्यान रखें कि दोनों का ज्यादा सेवन गैस, ब्लोटिंग या कब्ज की समस्या कर सकता है. इसलिए अपनी जरूरत के हिसाब से इन्हें अपनी डाइट में शामिल करें.

हरी मटर और छोले दोनों की अपनी-अपनी खूबियां हैं. आप अपनी सेहत और जरूरतों के अनुसार इन्हें संतुलित मात्रा में अपने आहार में शामिल कर सकते हैं ताकि आप स्वस्थ और तंदुरुस्त रहें.