उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में रविवार को उपद्रवियों को खुली चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि गजवा-ए-हिंद के नाम पर हिंसा करने वालों को राज्य सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. उनका कहना था कि ऐसे लोगों को “जहन्नुम का टिकट” मिलने जैसा परिणाम भुगतना पड़ेगा. सीएम ने स्पष्ट किया कि उपद्रव केवल वर्तमान पीढ़ी को ही प्रभावित नहीं करता, बल्कि बच्चों की जिंदगी पर भी गंभीर असर डालता है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि त्योहारों और सार्वजनिक उत्सवों के दौरान किसी भी प्रकार की अराजकता की कोशिश को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने चेताया कि जो भी सुरक्षा को अपने हाथ में लेने का प्रयास करेगा, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पहले राज्य सरकार ऐसी मानसिकता वालों को सहन करती थी, लेकिन अब समय बदल चुका है. राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखना सर्वोपरि है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर में देवी पाटेश्वरी के दर्शन और पूजा-अर्चना की. उन्होंने उत्तर प्रदेश की खुशहाली, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए विशेष प्रार्थना की. मंदिर परिसर और नवरात्रि मेले की व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी उन्होंने किया, जिससे स्थानीय जनता और श्रद्धालुओं को सुविधा सुनिश्चित हो सके.
योगी आदित्यनाथ ने क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए 825.29 करोड़ रुपये की 124 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया. यह कदम क्षेत्र में रोजगार, बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण के लिए अहम माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने बलरामपुर की गौशाला का दौरा किया और गायों को गुड़ और चारा खिलाया. इस दौरान उन्होंने गौशालाओं की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और पशुपालन को बढ़ावा देने की दिशा में संदेश दिया.
योगी आदित्यनाथ का यह दौरा दो बातों का संदेश देता है. राज्य में कानून और व्यवस्था सख्ती से लागू होगी और साथ ही विकास और धार्मिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा. उनका रुख और गतिविधियाँ उत्तर प्रदेश की जनता के लिए सुरक्षा और प्रगति का स्पष्ट संदेश लेकर आई हैं.