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48 घंटे तक बंद रहेगा खाटू श्याम मंदिर! भक्तों को नहीं मिलेंगे दर्शन – जानिए वो कारण जो हर साल बदल देता है मंदिर की व्यवस्था

खाटू श्याम मंदिर सितंबर में 48 घंटे के लिए बंद होने जा रहा है — न दर्शन होंगे, न पूजा. वजह है एक खास खगोलीय घटना, जो मंदिर की परंपराओं को प्रभावित करती है. चंद्र ग्रहण और सूतक काल के चलते 6 से 8 सितंबर तक भक्तों के लिए कपाट बंद रहेंगे। लेकिन असली सवाल ये है - क्या आप जानते हैं कि इस दौरान बाबा श्याम की मूर्ति के साथ क्या खास किया जाएगा? जवाब आपको चौंका सकता है!

👤 Samachaar Desk 01 Sep 2025 09:54 PM

राजस्थान के सीकर जिले में स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है. बाबा श्याम के दरबार में रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. लेकिन अगर आप सितंबर 2025 में मंदिर जाने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है. खाटू श्याम मंदिर दो दिनों के लिए बंद रहने वाला है, और इस दौरान किसी को भी बाबा के दर्शन की अनुमति नहीं होगी.

कब और क्यों बंद रहेगा मंदिर?

6 सितंबर 2025 की रात 10 बजे से लेकर 8 सितंबर 2025 की शाम 5 बजे तक मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे. इसका मुख्य कारण है चंद्र ग्रहण और उससे जुड़ा सूतक काल. मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे इन तिथियों में दर्शन के लिए ना आएं और मंदिर की शांति एवं परंपरा बनाए रखने में सहयोग करें.

चंद्र ग्रहण का प्रभाव

भारत में ग्रहण को एक अशुभ काल माना जाता है. ज्योतिष और धर्मशास्त्रों के अनुसार, इस दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है, जो मंदिरों की पवित्रता को प्रभावित कर सकती है.

चंद्र ग्रहण की शुरुआत: 7 सितंबर 2025, रात 9:58 बजे समाप्ति: 8 सितंबर 2025, रात 1:26 बजे

सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले ही मान्य हो जाता है, इसलिए मंदिर 6 सितंबर से ही बंद कर दिया जाएगा.

स्नान, शुद्धिकरण और तिलक श्रृंगार के बाद फिर से खुलेंगे कपाट

ग्रहण समाप्त होने के बाद, 8 सितंबर को शाम 5 बजे बाबा श्याम की मूर्ति का स्नान और तिलक श्रृंगार किया जाएगा. इसके बाद ही श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति मिलेगी. यह प्रक्रिया मंदिर की शुद्धता बनाए रखने और धार्मिक परंपराओं के पालन के लिए की जाती है.

भक्तों से अपील: संयम और श्रद्धा बनाए रखें

श्री श्याम मंदिर कमेटी ने सभी भक्तों से निवेदन किया है कि वे इन दो दिनों के दौरान दर्शन के लिए ना आएं और मंदिर की व्यवस्थाओं में सहयोग करें. बाबा श्याम की कृपा सब पर बनी रहे — इसके लिए परंपराओं और नियमों का पालन जरूरी है.