भारत की बड़ी आबादी आज भी खेती-किसानी पर निर्भर है. लेकिन कई किसान ऐसे हैं जो मेहनत के बावजूद अच्छी आमदनी नहीं कमा पाते. इन्हीं सीमांत किसानों की मदद के लिए केंद्र सरकार समय-समय पर कई योजनाएं लाती रही है. साल 2018 में शुरू हुई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) इसी दिशा में एक बड़ा कदम है.
इस योजना के तहत योग्य किसानों को हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है. यह राशि तीन किस्तों में सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होती है, हर किस्त 2,000 रुपये की होती है. अब तक किसानों को 19 किस्तें मिल चुकी हैं और अब सभी को 20वीं किस्त का इंतजार है. लेकिन ध्यान रखें, यह किस्त सिर्फ उन्हीं को मिलेगी जिन्होंने कुछ जरूरी काम पूरे कर लिए हैं.
योजना का लाभ पाने के लिए ई-केवाईसी (e-KYC) कराना सबसे जरूरी है. बिना ई-केवाईसी के आपका रजिस्ट्रेशन अधूरा माना जाएगा और किस्त आपके खाते में नहीं आएगी. यह प्रक्रिया आप नजदीकी CSC सेंटर पर करवा सकते हैं या आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर ऑनलाइन पूरी कर सकते हैं. साथ ही, किसान ऐप से भी यह काम आसानी से किया जा सकता है.
ई-केवाईसी के बाद दूसरा जरूरी कदम है भू-सत्यापन. इससे यह साबित होता है कि आप वास्तव में कितनी जमीन के मालिक हैं और वह खेती योग्य है. अगर यह प्रक्रिया अधूरी रह गई तो आपकी अगली किस्त अटक सकती है. इसलिए समय रहते भू-सत्यापन कराना न भूलें.
अक्सर किसान जिस गलती को सबसे ज्यादा करते हैं वह है आधार लिंकिंग को नजरअंदाज करना. अगर आपका आधार बैंक खाते से लिंक नहीं है तो किस्त अटक जाएगी. इसके लिए आपको अपने बैंक में जाकर आधार को खाते से जोड़ना जरूरी है. जिन किसानों ने यह प्रक्रिया पूरी कर ली है उन्हें भुगतान में कोई परेशानी नहीं होगी.
ई-केवाईसी, भू-सत्यापन और आधार लिंकिंग – ये तीनों प्रक्रियाएं योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी हैं. सरकार चाहती है कि केवल वास्तविक और योग्य किसानों तक ही आर्थिक सहायता पहुंचे.
अगर आप 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं, तो देर न करें और ये तीनों काम तुरंत पूरे करें. तभी आपको समय पर पैसा मिलेगा और योजना का पूरा लाभ मिल पाएगा.