देश में ऑनलाइन गेमिंग को लेकर बड़ा बदलाव आया है। संसद ने एक नया कानून पारित किया है, जिसमें ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ पैसों के साथ खेले जाने वाले ऑनलाइन गेम्स पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। इस फैसले का असर तुरंत दिखाई दिया और ड्रीम11, विनजो और मोबाइल प्रीमियर लीग (MPL) जैसे बड़े प्लेटफ़ॉर्म ने अपना संचालन बंद कर दिया।
लोकसभा में पास होने के बाद राज्यसभा ने भी बिना बहस किए इस बिल को मंजूरी दे दी। इसका नाम है ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन और रेग्युलेशन बिल 2025। सरकार का कहना है कि इसका मकसद ई-स्पोर्ट्स और ऑनलाइन सोशल गेमिंग को बढ़ावा देना है, लेकिन साथ ही उन मनी गेम्स पर रोक लगाना भी ज़रूरी है, जिनसे युवाओं को आर्थिक और मानसिक नुकसान पहुंच रहा है।
अब तक कई कंपनियों ने पैसे वाले गेम्स को बंद करने की घोषणा कर दी है। इनमें Nazara Tech की सहयोगी कंपनी Moonshine Technologies, जो PokerBaazi चलाती थी, भी शामिल है। इसके अलावा WinZO, MPL, Zupi, RummyCulture (Gameskraft Technologies), Probo, और Head Digital Works (A23 Rummy और A23 Poker) ने भी अपने मनी गेम्स बंद कर दिए हैं।
Dream11 ने भी अपनी वेबसाइट पर घोषणा की कि बिल पारित होने के बाद सभी कैश गेम और प्रतियोगिताएं रोक दी गई हैं। हालांकि, उन्होंने अपने यूज़र्स से जुड़े रहने की अपील की है।
इस कानून में सख्त सज़ा और जुर्माने का प्रावधान है। यदि कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करके ऐसे गेम्स चलाता है, तो उसे 3 साल तक जेल या 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। वहीं, यदि कोई कंपनी ऐसे गेम्स का विज्ञापन करती है, तो उस पर 2 साल तक की सज़ा या 50 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
सरकार का कहना है कि ऐसे गेम्स समाज और खासकर मध्यम वर्ग के युवाओं के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस कदम से ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री का दो-तिहाई हिस्सा बढ़ावा पाएगा और सही दिशा में आगे बढ़ेगा।
यह कानून आने के बाद ऑनलाइन गेमिंग की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। अब केवल ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को ही आगे बढ़ावा मिलेगा, जबकि पैसों से खेले जाने वाले सारे गेम्स बंद रहेंगे।