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चुनाव आयोग ने बढ़ाई वोटर लिस्ट सुधार की डेडलाइन… 12 राज्यों में फिर से शुरू हुआ बड़ा अभियान

SIR: चुनाव आयोग ने 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रहे विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान (SIR) की डेडलाइन 11 दिसंबर तक बढ़ा दी है. जानें किन राज्यों में वोटर लिस्ट संशोधन चल रहा है, नए शेड्यूल, ड्राफ्ट रोल पब्लिकेशन और दावे-आपत्तियों की डेट क्या है.

👤 Samachaar Desk 30 Nov 2025 01:31 PM

भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने देशभर में चल रहे विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान को 7 दिनों के लिए और बढ़ा दिया है. यह बड़ा फैसला उन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए राहत लेकर आया है, जहां इस समय वोटर लिस्ट के अपडेट की प्रक्रिया जारी है. नई तिथि के अनुसार अब यह अभियान 11 दिसंबर 2025 तक चलेगा.

यह विस्तार इसलिए दिया गया है ताकि विशेषकर उन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची बिल्कुल साफ, सही और अपडेटेड तैयार हो सके, जहां आने वाले महीनों में महत्वपूर्ण चुनाव होने वाले हैं—जिनमें सबसे अहम उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्य भी शामिल हैं.

किन राज्यों में चल रहा है SIR अभियान?

SIR का यह दूसरा चरण इन 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में जारी है: अंडमान एवं निकोबार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल. इन सभी जगहों पर चुनाव आयोग मतदाता सूची को सुधारने, गलतियों को ठीक करने और नए मतदाताओं को शामिल करने की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ा रहा है.

नए शेड्यूल में और क्या-क्या बदला?

ECI ने सिर्फ SIR की तिथि ही नहीं बढ़ाई, बल्कि उससे जुड़े कई और चरणों की भी टाइमलाइन आगे बढ़ा दी है:

  1. पोलिंग स्टेशनों की व्यवस्था और अपडेट: अब सभी पोलिंग स्टेशनों को ठीक करने व पुनर्गठित करने का काम बढ़े हुए समय के भीतर पूरा किया जाएगा.
  2. कंट्रोल टेबल अपडेट और ड्राफ्ट रोल तैयार करना: इस प्रक्रिया की नई समय सीमा 12 से 15 दिसंबर 2025 रखी गई है.
  3. ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल का प्रकाशन: अब यह महत्वपूर्ण दस्तावेज 16 दिसंबर 2025 को जारी किया जाएगा.
  4. दावे और आपत्तियां दर्ज करने की अवधि: वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने, हटाने या सुधार कराने की अंतिम तारीख. 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक निर्धारित की गई है.

क्यों जरूरी है वोटर लिस्ट का अपडेट होना?

निर्वाचन आयोग लगातार इस बात पर जोर देता रहा है कि वोटर रोल जितना साफ और सही होगा, चुनाव उतने ही पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे.

चूंकि आने वाले समय में कई राज्य चुनावों की तैयारी में जुटेंगे, ऐसे में आयोग नहीं चाहता कि कोई भी पात्र मतदाता वोट देने के अधिकार से वंचित रह जाए. यही वजह है कि SIR अभियान को समय-समय पर अपडेट और विस्तारित किया जाता है.

मतदाताओं को मिला बड़ा मौका – देर न करें

ECI के इस विस्तार से उन सभी नागरिकों को राहत मिली है जो अभी तक अपनी डिटेल्स वेरिफाई नहीं कर पाए हैं या जिनके वोटर कार्ड में सुधार की आवश्यकता है. अधिकारी लगातार लोगों को अपील कर रहे हैं कि:

  • अपने वोटर डाटा को वेरिफाई करें
  • गलतियों और बदलावों के लिए समय पर आवेदन करें
  • किसी भी असंगति पर तत्काल आपत्ति दर्ज करें

क्योंकि एक छोटी सी गलती जैसे गलत पता, गलत स्पेलिंग, या फोटो अपडेट न होना चुनाव के दिन आपको वोट डालने से रोक सकती है.

आयोग की सलाह: यह मौका मत गंवाएं

अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि इस बढ़ी हुई समय सीमा का उपयोग हर नागरिक को करना चाहिए. खासकर उन राज्यों में जहां अगले साल चुनाव होने वाले हैं, मतदाताओं का सक्रिय रहना बेहद ज़रूरी है.

मतदाता सूची सही होकर तैयार होती है तभी लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया, यानी चुनाव, बिना किसी रुकावट या शिकायत के संपन्न हो पाती है.