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Dehradun Cloudburst: ट्रैक्टर पर फंसे मजदूर नदी के तेज बहाव में बह गए, सोशल मीडिया पर खौफनाक वीडियो वायरल!

देहरादून में भारी बारिश और बादल फटने से जल सैलाब मचा. विकासनगर में ट्रैक्टर पर फंसे मजदूर नदी में बह गए. प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटा, देखें वायरल वीडियो और अपडेट.

👤 Samachaar Desk 16 Sep 2025 04:04 PM

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मची. अचानक हुई बारिश ने कई सड़कें तोड़ दीं, होटल और दुकानों को नुकसान पहुंचाया और कई लोग लापता हो गए. इस आपदा के दौरान कई खौफनाक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें से एक वीडियो विशेष रूप से चर्चा में है.

ट्रैक्टर पर फंसे मजदूर बह गए नदी में

विकासनगर का वायरल वीडियो दर्शाता है कि लगभग 10 मजदूर नदी के बीचों-बीच फंसे एक ट्रैक्टर पर बैठे हैं. वे मदद की गुहार लगाते हुए हाथ हिला रहे थे. किनारे पर मौजूद लोग उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन नदी के तेज बहाव के कारण ट्रैक्टर पलट गया और मजदूर बह गए. स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार इस हादसे में कम से कम 6 लोगों की मौत की आशंका है. ट्रैक्टर पर फंसे मजदूर खनन कार्य के लिए गए हुए थे.

प्रशासन और राहत कार्य

घटना के बाद विकासनगर में अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि देहरादून के सहस्त्रधारा, मालदेवता और मसूरी से भी नुकसान की खबरें मिली हैं. मसूरी में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की जा रही है, वहीं दो से तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं. प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में टीम लगी हुई है और 300-400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस बल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं. टिहरी में जलभराव के कारण फंसे लोग सुरक्षित निकाल लिए गए हैं, जबकि नैनीताल में भारी भूस्खलन के कारण मलबे से सड़कें बंद हो गई हैं. मझारा गांव के निवासी भी सड़क पर इकट्ठा होकर स्थिति की गंभीरता की जानकारी दे रहे हैं.

खतरे की घड़ी जारी

इस भयंकर जल सैलाब ने न केवल जान-माल को भारी नुकसान पहुंचाया है, बल्कि लोगों में भय और हड़कंप भी पैदा किया है. प्रशासन की टीम लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है. स्थानीय लोग भी अपने घरों और खेतों की सुरक्षा के लिए सतर्क हैं.