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आखिर क्या है खतरनाक Neuroendocrine Colon Cancer जो बनी Actor विभु राघव की मौत की वजह

Neuroendocrine colon cancer: टीवी एक्टर विभु राघव का निधन न्यूरोएंडोक्राइन कोलन कैंसर से हुआ, जिसकी उन्हें 2022 में पहचान हुई थी. यह दुर्लभ लेकिन खतरनाक कैंसर बड़ी आंत में शुरू होकर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है. इसके लक्षणों में पेट दर्द, वजन घटना, थकान और मल से खून आना शामिल हैं. खराब लाइफस्टाइल और मोटापा इसकी प्रमुख वजह माने जाते हैं. बचाव के लिए समय पर जांच, हेल्दी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है.

👤 Samachaar Desk 03 Jun 2025 08:20 PM

‘निशा और उसके कजिन्स’ से मशहूर हुए टीवी एक्टर विभु राघव का 2 जून 2025 को निधन हो गया. 2022 में उन्हें एक दुर्लभ लेकिन खतरनाक बीमारी न्यूरोएंडोक्राइन कोलन कैंसर डायग्नोज हुआ था. यह कैंसर बड़ी आंत (कोलन) से जुड़ा होता है और शरीर के दूसरे हिस्सों में भी तेजी से फैल सकता है.

2022 में हुआ था कैंसर का पता

विभु को इस बीमारी के बारे में पहली बार 2022 में पता चला था. तब से वे लगातार इलाज करवा रहे थे. सोशल मीडिया पर उन्होंने कई बार अपना अनुभव साझा किया और बताया कि वह मानसिक रूप से मजबूत बने रहने की कोशिश कर रहे हैं.

इलाज के बाद भी नहीं रुका कैंसर

अपने आखिरी वीडियो में विभु ने बताया था कि उनका कैंसर तेजी से फैलता जा रहा है और ट्रीटमेंट का कोई खास असर नहीं हो रहा. स्टेज 4 पर पहुंचने के बाद स्थिति और ज्यादा गंभीर हो गई थी.

क्या है Neuroendocrine Colon Cancer?

यह एक दुर्लभ प्रकार का कोलन कैंसर होता है, जो बड़ी आंत में न्यूरोएंडोक्राइन सेल्स से शुरू होता है. ये सेल्स आमतौर पर हार्मोन बनाते हैं, लेकिन जब इनमें असामान्यता आती है, तो ये कैंसर बन सकते हैं. इस कैंसर की शुरुआत आंतों में छोटे लंप्स या गांठों से होती है, जो धीरे-धीरे बड़े होकर खतरनाक कैंसर में बदल जाते हैं. यह लिवर, किडनी और अन्य अंगों तक फैल सकता है.

कौन से लक्षण नजर आते हैं?

इस बीमारी के लक्षणों में पेट दर्द, लगातार उल्टी, थकान, तेजी से वजन कम होना और मल में खून आना शामिल हैं. ये लक्षण अक्सर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं, जिससे बीमारी देर से पकड़ में आती है.

इस कैंसर के पीछे खराब लाइफस्टाइल, मोटापा, गट हेल्थ की गड़बड़ी और अनियमित खानपान जिम्मेदार हो सकते हैं. लंबे समय तक कब्ज या पाचन संबंधी समस्या भी इसका एक कारण बन सकती है.

बचाव के उपाय क्या हैं?

इस घातक बीमारी से बचने के लिए ज़रूरी है कि व्यक्ति नियमित रूप से व्यायाम करे, फाइबर युक्त संतुलित आहार ले और शरीर के किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करे. समय रहते जांच कराना जीवन बचा सकता है.