ग्रह-नक्षत्रों की चाल से ही दैनिक राशिफल का आकलन किया जाता है. 27 अगस्त 2025, मंगलवार को गणेश चतुर्थी का पावन पर्व है. इस दिन ग्रहों की विशेष स्थिति बन रही है. आइए जानते हैं मेष से मीन राशि तक का हाल.
1. गुरु मिथुन राशि में
2. बुध और शुक्र कर्क राशि में
3. सूर्य और केतु सिंह राशि में
4. मंगल और चंद्रमा कन्या राशि में
5. राहु कुंभ राशि में
6. शनि मीन राशि में गोचर कर रहे हैं
स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है. प्रेम और संतान पक्ष अच्छा रहेगा. व्यापार में सफलता मिलेगी. सूर्य देव को जल अर्पित करें.
भावनाओं और क्रोध पर नियंत्रण रखें. किसी बड़े निर्णय को टालना बेहतर रहेगा. प्रेम और संतान की स्थिति सामान्य रहेगी. व्यापार अच्छा चलेगा. लाल वस्तु का दान करें.
गृह कलह की संभावना है, लेकिन भूमि, भवन या वाहन खरीदने के प्रबल योग हैं. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. प्रेम और व्यापार भी अनुकूल रहेंगे. काली जी को प्रणाम करें.
पराक्रम रंग लाएगा और करियर में तरक्की होगी. स्वास्थ्य बेहतर होगा. प्रेम और संतान का साथ मिलेगा. व्यापार अच्छा रहेगा. बजरंगबली की आराधना करें.
धन आगमन के योग हैं. परिवार में वृद्धि होगी. स्वास्थ्य, प्रेम और व्यापार अच्छा रहेगा. निवेश से फिलहाल बचें. लाल वस्तु अपने पास रखें.
आकर्षण और रौब बना रहेगा. जीवन की आवश्यक वस्तुएं प्राप्त होंगी. स्वास्थ्य और व्यापार बहुत अच्छा रहेगा. सरकारी मामलों में उलझने से बचें. तांबे की वस्तु दान करें.
खर्चों में वृद्धि होगी, कर्ज की स्थिति बन सकती है. स्वास्थ्य मध्यम रहेगा. प्रेम और व्यापार अच्छा रहेगा. शनिदेव की शरण में रहें.
आय के नए स्रोत खुलेंगे. पुराने स्रोतों से भी धन मिलेगा. स्वास्थ्य अच्छा रहेगा. प्रेम मध्यम और व्यापार उत्तम रहेगा. पीली वस्तु पास रखें.
व्यापार में मजबूती आएगी. कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजय मिलेगी. स्वास्थ्य और प्रेम अच्छा रहेगा. व्यापारिक सफलता के योग हैं. लाल वस्तु अपने पास रखें.
भाग्य का साथ मिलेगा. नौकरी और व्यापार में तरक्की होगी. यात्रा का योग है. स्वास्थ्य और प्रेम उत्तम रहेंगे. काली जी को प्रणाम करें.
वाहन सावधानी से चलाएं, चोट-चपेट का डर है. स्वास्थ्य मध्यम रहेगा. प्रेम और व्यापार सामान्य रहेगा. हरी वस्तु पास रखें.
नौकरी में सफलता मिलेगी. प्रेमी-प्रेमिका की मुलाकात होगी. विवाहितों को जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा. स्वास्थ्य और व्यापार शुभ रहेगा. शिवजी का जलाभिषेक करें.