पंजाब में शिक्षा क्षेत्र को लेकर एक सुखद और प्रेरणादायक खबर सामने आई है. राज्य के 44 सरकारी स्कूलों के छात्रों ने देश की सबसे कठिन इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE (Advanced) को सफलतापूर्वक पास कर लिया है. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इन छात्रों को सम्मानित करते हुए इसे 'सिख्या क्रांति' (शिक्षा क्रांति) योजना की सफलता करार दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार का उद्देश्य राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है. 'हमारे सरकारी स्कूलों के बच्चे अब हर दिन नई कामयाबी की इबारत लिख रहे हैं, और ये हमारे राज्य के लिए गर्व की बात है,'
मान ने इस अवसर पर यह भी कहा कि पंजाब अब तेजी से टेक्नोलॉजी हब बनने की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में देश-विदेश की शीर्ष टेक कंपनियां पंजाब के युवाओं को नौकरी देने के लिए लाइन लगाएंगी. इसके लिए राज्य में उच्च शिक्षा के नए संस्थान, मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भी बनाए जा रहे हैं.
इस मौके पर पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि यह सफलता 'PACE' (Punjab Academic Coaching for Excellence) नाम की योजना का नतीजा है, जिसे नवंबर 2023 में शुरू किया गया था. इस योजना के तहत JEE और NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग, लाइव ऑनलाइन क्लासेज, डाउट-क्लियरिंग सेशंस, मॉक टेस्ट और रेज़िडेंशियल कैंप की सुविधा दी गई.
बैंस ने बताया कि PACE कार्यक्रम ने गरीब और साधारण परिवारों से आने वाले सरकारी स्कूल के छात्रों को भी प्राइवेट स्कूल के छात्रों के बराबर खड़ा किया, जिससे वे आत्मविश्वास के साथ इन कठिन परीक्षाओं में भाग ले सकें.
राज्य सरकार ने अब आगामी सत्र में IIT में चयनित छात्रों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए 8 UPSC कोचिंग सेंटर्स की स्थापना भी राज्यभर में की जा रही है ताकि सरकारी स्कूलों के होनहार छात्र सिविल सेवा परीक्षाओं में भी अपना जलवा दिखा सकें.