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केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश में 7 लोगों की दर्दनाक मौत, 2 महीने में 5वीं घटना

केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा एक हेलीकॉप्टर रविवार सुबह रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट सहित 7 लोगों की मौत हो गई।

👤 Saurabh 15 Jun 2025 12:30 PM

रविवार सुबह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ। केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई। हेलीकॉप्टर ने सुबह करीब 5:20 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन थोड़ी देर बाद उसका संचार संपर्क टूट गया।

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के अधिकारी अनिरुद्ध भंडारी ने पुष्टि की कि हादसे में सभी सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक पायलट, पांच यात्री और एक बच्चा शामिल था।

मारे गए लोगों की पहचान:

कैप्टन राजवीर सिंह चौहान (पायलट)

राजकुमार सुरेश जयसवाल (41) – महाराष्ट्र

श्रद्धा राजकुमार जयसवाल (35)

काशी (23 महीने का बच्चा)

विक्रम (46) – रुद्रप्रयाग

विनोद देव (66) – बिजनौर, यूपी

तुस्ती सिंह (29) – बिजनौर, यूपी

जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे के अनुसार, यह हेलीकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा था जब अचानक मौसम खराब हो गया। पायलट ने हेलीकॉप्टर को घाटी से निकालने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

स्थानीय लोगों ने जब गौरीकुंड के पास धुआं उठते देखा, तब पता चला कि हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है।

40 दिन में पांच हेलीकॉप्टर हादसे

चारधाम यात्रा के दौरान 40 दिनों में यह पांचवां हेलीकॉप्टर हादसा है। इससे पहले 7 जून को एक हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी-गौरीकुंड मार्ग पर बारसू के पास गिरा था, लेकिन उसमें कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान:

उन्होंने कहा, "यह बेहद दुखद घटना है। सभी बचाव दल मौके पर हैं। मैं बाबा केदार से सभी की सुरक्षा और शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।"

अहमदाबाद में बड़ा विमान हादसा:

कुछ दिन पहले एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 (बोइंग 787-8) अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघानीनगर इलाके में मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर गिर गई, जिससे 270 लोगों की जान चली गई।

इस विमान में 242 यात्री, 10 क्रू सदस्य और ग्राउंड पर मौजूद 29 लोग शामिल थे। हादसे में 5 एमबीबीएस छात्र भी मारे गए। विमान में आग लग गई थी और दुर्घटना बहुत भीषण थी।

ये दोनों घटनाएं एक बार फिर हवाई यात्रा की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।