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Trump का चीन पर जोरदार हमला! शी जिनपिंग, पुतिन और किम जोंग उन घिरे विवाद में

डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर अमेरिका के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया. चीन में द्वितीय विश्व युद्ध की 80वीं वर्षगांठ पर होने वाली परेड में पुतिन और किम जोंग उन भी शामिल होंगे.

👤 Samachaar Desk 03 Sep 2025 10:06 AM

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के नाम संदेश में आरोप लगाया कि चीन अमेरिका के खिलाफ साजिश कर रहा है. ट्रंप ने इस संदेश में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन का भी जिक्र किया. उनका बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ और व्यापारिक मुद्दों पर तनातनी जारी है. साथ ही, पुतिन, जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल ही में चीन में मुलाकात हुई थी.

ट्रंप का संदेश

ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म टुथ सोशल पर लिखा, “बड़े सवाल का जवाब मिलना बाकी है कि क्या चीन के राष्ट्रपति शी उस समर्थन और खून का जिक्र करेंगे, जो अमेरिका ने चीन को विदेशी आक्रमण से आजादी दिलाने में दिया. चीन की जीत और गौरव में कई अमेरिकियों की जान गई. मुझे उम्मीद है कि उन्हें उनकी बहादुरी और कुर्बानी के लिए सम्मानित किया जाएगा.”

उन्होंने आगे चीन पर तंज कसते हुए कहा, “राष्ट्रपति शी और चीन के शानदार लोग अच्छे से जश्न मनाएं. जब आप अमेरिका के खिलाफ साजिश करें, तो पुतिन और किम जोंग उन को मेरी तरफ से शुभकामनाएं दें.”

चीन में आयोजित सैन्य परेड

चीन में बुधवार को आयोजित होने वाली विशाल सैन्य परेड द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति और जापानी आक्रामकता के विरुद्ध चीन के प्रतिरोध की 80वीं वर्षगांठ पर आयोजित की जा रही है. इस परेड में दुनिया के 26 देशों के नेता शामिल होंगे. विशेष रूप से किम जोंग उन अपने 14 साल के शासन के दौरान किसी प्रमुख बहुपक्षीय कार्यक्रम में पहली बार नजर आएंगे.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस परेड का हिस्सा होंगे. यह पहली बार है जब अमेरिका को चुनौती देने वाले देशों के ये तीन प्रमुख नेता एक ही स्थान पर दिखाई देंगे. हालांकि, किसी ने भी इन नेताओं के बीच निजी त्रिपक्षीय बैठक की पुष्टि नहीं की है.

वैश्विक और रणनीतिक संदर्भ

विश्लेषकों का कहना है कि यह बयान और चीन में होने वाली परेड वैश्विक स्तर पर तनाव बढ़ाने वाले संकेत हैं. अमेरिका और चीन के बीच मौजूदा आर्थिक और सैन्य तनाव के बीच यह राजनीतिक टकराव और अधिक गहरा हो सकता है. ट्रंप का यह बयान अमेरिका के राष्ट्रवाद और चीन के खिलाफ कड़े रुख को दर्शाता है. वहीं, चीन में होने वाली परेड, जिसमें रूस और उत्तर कोरिया भी शामिल हैं, वैश्विक राजनीति में नए समीकरणों का संकेत देती है.

इस घटना से साफ है कि अमेरिका, चीन और उनके सहयोगी देशों के बीच रणनीतिक और राजनीतिक टकराव आने वाले महीनों में वैश्विक राजनीति के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.