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NCR में आतंकी जाल का पर्दाफाश! डॉक्टर के ठिकाने से 350 किलो विस्फोटक और AK-47 बरामद, जांच में चौकाने वाले खुलासे

Adil Ahmad Rather: फरीदाबाद में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 350 किलो विस्फोटक और AK-47 राइफल बरामद की है. जांच में पता चला कि गिरफ्तार डॉक्टर आदिल अहमद राठर आतंकी संगठन गजवत-उल-हिंद से जुड़ा था.

👤 Samachaar Desk 10 Nov 2025 12:54 PM

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के फरीदाबाद से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए हैं. पुलिस ने मौके से 350 किलोग्राम विस्फोटक, दो AK-47 राइफल और भारी मात्रा में गोला-बारूद जब्त किया है. यह कार्रवाई कश्मीरी डॉक्टर आदिल अहमद राठर के खिलाफ चल रही जांच में मिले सुरागों के आधार पर की गई.

पुलिस के अनुसार, डॉक्टर आदिल ने अपने लिए एक अलग किराये का कमरा लिया था, जहां वह इन हथियारों और विस्फोटक सामग्रियों को छिपाकर रखता था. जांच में सामने आया है कि उसने कश्मीर घाटी में अपने मेडिकल कॉलेज के लॉकर में भी AK-47 और कारतूस रखे थे. अब इस पूरे केस को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हवाले किए जाने की संभावना है.

गजवत-उल-हिंद से जुड़े हैं तार

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह बरामदगी अंसार गजवत-उल-हिंद (AGH) नामक आतंकी संगठन से जुड़ी है. जांच में पता चला है कि इस संगठन से तीन डॉक्टर जुड़े हुए थे. इनमें से दो — आदिल अहमद राठर (अनंतनाग) और मुजम्मिल शकील (पुलवामा) को सहारनपुर और फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीसरे डॉक्टर की तलाश जारी है.

आदिल राठर के लॉकर से भी मिली थी AK-47

कुछ दिन पहले भी आदिल राठर चर्चा में आया था जब अनंतनाग मेडिकल कॉलेज के उसके निजी लॉकर से AK-47 राइफल और गोला-बारूद बरामद किया गया था. अधिकारियों का कहना है कि घाटी में हाल के वर्षों में इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी पहली बार हुई है.

कौन है डॉक्टर आदिल अहमद राठर?

गिरफ्तार डॉक्टर आदिल राठर अनंतनाग का रहने वाला है और सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में काम कर रहा था. बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया था.

महिला डॉक्टर से की थी शादी

सूत्रों के अनुसार, आदिल राठर ने पिछले महीने सहारनपुर की एक महिला डॉक्टर से निकाह किया था. घटना के बाद स्थानीय इंटेलिजेंस यूनिट और पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गए हैं. अब सहारनपुर और आसपास के अस्पतालों में काम कर रहे जम्मू-कश्मीर के डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों की जांच की जा रही है. सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं ताकि भविष्य में किसी भी आतंकी साजिश को समय रहते नाकाम किया जा सके.