नागपुर में अंडरवर्ल्ड की एक प्रेम कहानी ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है. कुख्यात इप्पा गैंग के एक सदस्य अर्शद टोप़ी पर अपने ही गैंग लीडर की पत्नी से छिपकर अफेयर चलाने का आरोप है। दोनों जब चोरी-छिपे रोमांटिक ट्रिप पर निकले, तभी एक दर्दनाक हादसे में महिला की मौत हो गई। इसके बाद गैंग में ऐसा बवाल मचा कि अब अर्शद की जान के पीछे उसके ही 40 साथी पड़ गए हैं.
इस पूरी घटना ने नागपुर पुलिस को भी सतर्क कर दिया है, जो अब गैंग के खून-खराबे को रोकने के लिए सक्रिय हो चुकी है. महिला की रहस्यमयी मौत को लेकर शक भी गहराता जा रहा है और इप्पा गैंग अब इसे महज़ हादसा नहीं मान रहा.
पुलिस के मुताबिक, गुरुवार को अर्शद टोप़ी और गैंग लीडर की पत्नी बाइक पर सवार होकर शहर से बाहर निकले थे. इसी दौरान एक JCB मशीन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टोप़ी को मामूली चोटें आईं लेकिन महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. हादसे के बाद कोराडी थर्मल प्लांट की गश्ती टीम मौके पर पहुंची और महिला को एक निजी अस्पताल ले गई, जहां इलाज से इनकार कर दिया गया. फिर उसे कामठी के एक और अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां भी भर्ती नहीं किया गया.
आखिरकार, अर्शद टोप़ी ने एक एम्बुलेंस चालक को पैसे देकर महिला को नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (GMCH) में भर्ती कराया, लेकिन शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई. CCTV फुटेज में टोप़ी को महिला के साथ अस्पताल में देखा गया.
महिला की मौत की खबर मिलते ही इप्पा गैंग में हड़कंप मच गया. 40 से ज़्यादा गुर्गों ने शहर और कामठी क्षेत्र में टोप़ी की तलाश शुरू कर दी। गैंग अब टोप़ी को गद्दार मान रहा है और उसका "एनकाउंटर" करने का ऐलान कर चुका है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गैंग को शक है कि यह हादसा नहीं, बल्कि साजिशन हत्या हो सकती है। हालांकि अब तक की जांच में हत्या के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं।
गैंग के गुस्से और खुले ऐलान को देखते हुए अर्शद टोप़ी ने शुक्रवार को पारडी क्षेत्र के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) कार्यालय पहुंचकर अपनी जान को खतरा बताया और सुरक्षा की मांग की। डीसीपी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए उसे कोराडी पुलिस स्टेशन भेजा, जहां उसका बयान दर्ज किया गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “अब तक की जांच से पता चला है कि महिला की मौत एक हादसा थी. हत्या का कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है. लेकिन गैंग के लोग मानने को तैयार नहीं हैं. अब पुलिस को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ महिला की मौत की निष्पक्ष जांच और दूसरी तरफ टोप़ी की सुरक्षा.