फेशियल बनाम क्लीनअप:

फेशियल डीप क्लींजिंग और ग्लो के लिए होता है, जबकि क्लीनअप सिर्फ चेहरे को साफ करने और पोर्स खोलने में मदद करता है.

महीने में कितनी बार:

एक महीने में सिर्फ 1 बार फेशियल कराना पर्याप्त है. दो फेशियल के बीच कम से कम 15 दिन का अंतर रखें.

क्लीनअप की बारंबारता:

क्लीनअप हल्का ट्रीटमेंट है. इसे 1 महीने में 2-3 बार कर सकते हैं, स्किन टाइप के अनुसार.

स्किन टाइप का महत्व:

फेशियल या क्लीनअप करवाने से पहले अपनी स्किन टाइप जानना जरूरी है. सही प्रोडक्ट्स और ट्रीटमेंट चुनें.

फेशियल के फायदे:

फेशियल से डेड स्किन हटती है, झुर्रियां कम होती हैं, ब्लैकहेड्स हटते हैं और चेहरे पर प्राकृतिक ग्लो आता है.

क्लीनअप के लाभ:

क्लीनअप तुरंत स्किन को ग्लो देता है और पोर्स को खोलता है. इसे डीप क्लींजर भी माना जाता है.

घर पर स्किन केयर:

फेशियल आप कई क्रीम और घरेलू चीजों की मदद से भी कर सकते हैं. नियमित स्किन केयर से चेहरे का निखार बढ़ता है.

सही अंतराल बनाए रखें:

फेशियल या क्लीनअप के बीच पर्याप्त गैप रखें. बार-बार ट्रीटमेंट से स्किन पर उल्टा असर हो सकता है.