बच्चे कैसे छुड़ाएं Masturbation की लत?

प्रेमानंद महाराज ने बताया कि बच्चे मास्टरबेशन की शुरुआत शारीरिक सुख के लिए नहीं, बल्कि जिज्ञासा और अकेलेपन के चलते करते हैं। उन्हें डराना या डांटना नहीं, बल्कि सही जानकारी देना जरूरी है.

बचपन की जिज्ञासा को समझें

प्रेमानंद महाराज ने बताया कि बच्चे मास्टरबेशन की शुरुआत शारीरिक सुख के लिए नहीं, बल्कि जिज्ञासा और अकेलेपन के चलते करते हैं। उन्हें डराना या डांटना नहीं, बल्कि सही जानकारी देना जरूरी है.

माता-पिता दोस्त बनें, डर नहीं

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि माता-पिता बच्चों के दोस्त बनें। उनसे खुलकर बात करें और बताएं कि शरीर से जुड़ी चीजें कैसे समझें।

प्यार से दें सही दिशा

बच्चों को डांटना नहीं, बल्कि स्नेह से समझाना चाहिए कि यह आदत उनके शरीर और मन को नुकसान पहुंचा सकती है।

नाम जपने की आदत डालें

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, "नाम जप" या कोई ध्यान साधना बच्चों को मानसिक रूप से शांत और स्थिर बनाती है।

नियमित व्यायाम और दौड़ जरूरी

कम से कम 1 किलोमीटर दौड़ना और दंड-बैठक करना बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। यह ऊर्जा को सही दिशा देता है।

शरीर पर पड़ता है गहरा असर

महाराज कहते हैं, “हस्तमैथुन शरीर की हड्डियों को निचोड़ लेता है”। इससे बच्चों की भूख कम होती है, पैर दर्द, और पढ़ाई में मन नहीं लगता।