Gandhi Jayanti: गांधी जी को बापू और राष्ट्रपिता क्यों कहते हैं?
क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर क्यों उन्हें यह उपाधि दी गई? आइए जानते हैं
स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता
महात्मा गांधी ने भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए अहिंसक आंदोलन चलाए।
अहिंसा के मार्गदर्शक
गांधी जी ने हिंसा का विरोध किया और अहिंसा को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया। उनकी सोच थी कि बिना खून-खराबे के भी आजादी हासिल की जा सकती है।
सत्य और नैतिकता के प्रतीक
उन्होंने हमेशा सत्य और नैतिकता पर जोर दिया। गांधी जी के विचारों ने लोगों को सिखाया कि ईमानदारी और सच्चाई ही जीवन की असली ताकत है।
पिता समान भूमिका
गांधी जी ने सिर्फ आजादी के लिए नहीं, बल्कि समाज सुधार और राष्ट्रीय एकता के लिए भी काम किया। देश की जनता उन्हें पिता के समान मानने लगी, इसलिए वे "राष्ट्रपिता" और "बापू" कहलाए।