प्रारंभिक जीवन

रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1828 को वाराणसी में हुआ था. उनका बचपन का नाम मणिकर्णिका था और उन्हें प्यार से "मणु" कहा जाता था।

शिक्षा और युद्ध-कला

बचपन से ही उन्हें घुड़सवारी, तलवारबाजी और युद्ध-कला में रुचि थी. उन्होंने एक योद्धा की तरह प्रशिक्षण प्राप्त किया था.

विवाह और झांसी की रानी बनना

14 साल की उम्र में उनकी शादी झांसी के राजा गंगाधर राव से हुई और वह झांसी की रानी बनीं.

बच्चे की मृत्यु और ब्रिटिश चाल

उनके दत्तक पुत्र को अंग्रेज़ों ने उत्तराधिकारी मानने से इनकार कर दिया और 'डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स' नीति के तहत झांसी को हड़पने की कोशिश की.

ग्वालियर की लड़ाई और बलिदान

18 जून 1858 को ग्वालियर में अंग्रेजों से लड़ते हुए रानी लक्ष्मीबाई वीरगति को प्राप्त हुईं. वे पुरुष वेश में युद्ध कर रही थीं.