वेट गेन
शहद में प्राकृतिक शक्कर और कैलोरी ज्यादा होती है. अधिक सेवन से वजन तेजी से बढ़ सकता है.
लिवर संबंधित समस्याएं
शहद में मौजूद फ्रुक्टोज ज्यादा मात्रा में लिवर पर असर डाल सकता है, जिससे लिवर संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.
कैविटी
शहद की मिठास बैक्टीरिया को आकर्षित करती है. इससे दांतों में कैविटी और मसूड़ों की समस्याएं हो सकती हैं.
बच्चों को
1 साल से कम उम्र के बच्चों को शहद देना खतरनाक हो सकता है. ये गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है.
डायबिटीज में
डायबिटीज के मरीजों को शहद का सेवन बहुत सोच-समझकर करना चाहिए क्योंकि यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है.
एलर्जिक रिएक्शन
कुछ लोगों को शहद से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है, जैसे- खुजली, सूजन, सांस लेने में दिक्कत आदि.
थकावट या चिड़चिड़ापन
अत्यधिक शहद से शरीर को फौरन एनर्जी तो मिलती है लेकिन बाद में थकावट, नींद या चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है.
गर्भावस्था में
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान शहद का सेवन डॉक्टर की सलाह से करें, ताकि मां और बच्चे दोनों सुरक्षित रहें.