हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाने की वजह

हनुमान जी को मंगलवार और शनिवार को सिंदूर चढ़ाने की परंपरा है. सीता जी ने बताया था कि सिंदूर श्रीराम की लंबी उम्र के लिए लगाया जाता है.

राम जी खुश

यह सुनकर हनुमान जी ने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया. भगवान राम हनुमान जी की भक्ति से अत्यंत प्रसन्न हुए.

रामभक्ति का प्रतीक

तभी से उन्हें सिंदूर चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई, सिंदूर उनकी रामभक्ति का प्रतीक माना जाता है.

डर होगा दूर

शास्त्रों में सिंदूर को ऊर्जा और शक्ति का स्रोत कहा गया है. इसे चढ़ाने से डर, नकारात्मकता और बाधाएं दूर होती हैं.

चमेली का तेल

सिंदूर चमेली के तेल में मिलाकर चढ़ाना शुभ माना जाता है. सिंदूर चढ़ाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से मन शांत होता है.

जीवन में सुधार

इससे आत्मविश्वास, स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन में सुधार आता है.