नवरात्रि पूर्ण होने पर बोए हुए जौ को क्या करना चाहिए?

नवरात्रि पूर्ण होने पर बोए गए जौ का क्या करें? जानें शुभ और सही विधि

जौ बोने का महत्व

नवरात्रि में जौ बोने की परंपरा देवी माँ को प्रसन्न करने के लिए निभाई जाती है। यह समृद्धि, सकारात्मक ऊर्जा और जीवन का प्रतीक है।

नदी में विसर्जन

नवरात्रि समाप्ति के बाद जौ को मिट्टी सहित किसी पवित्र नदी जैसे गंगा में विसर्जित करना शुभ माना जाता है।

पवित्र पेड़ के नीचे रखना

यदि नदी तक ले जाना संभव न हो, तो जौ को मिट्टी सहित किसी पवित्र पेड़ जैसे पीपल के नीचे रखना उत्तम है।

गाय को खिलाना

अगर जौ के अंकुर अच्छे हैं, तो उन्हें गाय को खिलाना भी पुण्यकारी माना गया है। गाय को माँ का स्वरूप माना जाता है, इसलिए यह कार्य धार्मिक दृष्टि से बहुत शुभ है।

मंदिर में अर्पण

जौ को मंदिर में देवी माँ के चरणों में अर्पित करना भी उचित है। इसे माता को भेंट स्वरूप देने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनी रहती है।

क्या नहीं करना चाहिए

जौ को जलाना, राख करना या कूड़े में फेंकना अशुभ माना जाता है। इसे अनादर से हटाना उचित नहीं है, वरना धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व कम हो जाता है।