गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी का पर्व सिर्फ पूजा-पाठ का ही नहीं बल्कि श्रद्धा, भक्ति और उत्साह का अद्भुत संगम होता है.
सुबह जल्दी उठें
इस साल गणेश चतुर्थी 27 अगस्त को मनाई जाएगी. इस दिन सूर्योदय से पहले उठें, स्नान करें और घर के मंदिर को गंगाजल से पवित्र करें.
मूर्ति की स्थापना करें
भगवान गणेश की नई मूर्ति को उत्तर-पूर्व दिशा में लकड़ी की चौकी पर लाल या पीले कपड़े बिछाकर स्थापित करें.
शुद्ध आचमन करें
मूर्ति स्थापित करने से पहले तीन बार आचमन करें और बप्पा का ध्यान लगाकर प्रणाम करें.
दूर्वा चढ़ाएं
भगवान गणेश को 21 दूर्वा अर्पित करना बेहद शुभ माना जाता है. पूजा में दूर्वा का विशेष महत्व है.
मंत्र का जप करें
दूर्वा चढ़ाते समय ‘श्री गणेशाय नमः दूर्वांकुरान् समर्पयामि’ मंत्र का जाप अवश्य करें.
भोग लगाएं
बप्पा को मोदक, लड्डू, गुड़, श्रीखंड, चना और फल अर्पित करें, क्योंकि इन्हें उनका प्रिय भोग माना गया है.
आरती और प्रसाद
पूजा पूरी होने के बाद भगवान गणेश की आरती करें और प्रसाद सभी भक्तों में बांटें.
नियम का पालन
पूजा करते समय पूरी श्रद्धा, पवित्रता और नियमों का पालन करें ताकि बप्पा प्रसन्न हों और आशीर्वाद दें.