गूगल क्रोम दुनिया का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला ब्राउजर है, लेकिन इसी बीच इसकी सुरक्षा को लेकर एक बड़ा खतरा सामने आया है. क्रोम के V8 जावास्क्रिप्ट इंजन में मिला एक गंभीर बग करोड़ों यूजर्स को जोखिम में डाल सकता था. सबसे चिंताजनक बात यह है कि गूगल को इस खामी का पता लगने से पहले ही हैकर्स इसका फायदा उठाने की कोशिश कर चुके थे. इसे Zero-Day Vulnerability कहा जा रहा है यानी ऐसा बग, जिसके बारे में कंपनी से ज्यादा जल्दी हैकर्स को पता चल जाता है.
V8 जावास्क्रिप्ट इंजन क्रोम की परफॉर्मेंस की रीढ़ माना जाता है. वेबसाइटें कैसे चलती हैं, स्क्रिप्ट कैसे लोड होती हैं—यह सब इसी इंजन पर चलता है. लेकिन अब सामने आया है कि इसी इंजन में मौजूद एक बग कुछ खास तरह के डेटा को गलत तरीके से पढ़ रहा था.
इस गड़बड़ी के कारण मेमोरी करप्शन की स्थिति बन सकती थी और जब मेमोरी करप्ट होती है तो हैकर्स को यह मौका मिलता है कि वे:
गूगल के Threat Analysis Group (TAG) ने इस बग का पता 12 नवंबर को लगाया. लेकिन कंपनी ने माना है कि, “गूगल को पता चलने से पहले ही हैकर्स इस कमजोरी का इस्तेमाल करने की कोशिश कर चुके थे.”
इस वजह से इसे Zero-Day Exploit बताया गया है. सबसे खास बात यह है कि 2025 में यह 7वां Zero-Day Bug है—यानि इस साल पहले से ही 6 बार हैकर्स किसी कमजोरी को कंपनी की जानकारी से पहले खोज कर उसका इस्तेमाल कर चुके हैं. यह इंटरनेट पर बढ़ते साइबर खतरों की बड़ी चेतावनी है.
इस खतरे के सामने आने के साथ ही गूगल ने तेजी से कदम उठाया और क्रोम में नया सिक्योरिटी अपडेट जारी कर दिया है. अब कंपनी दुनिया भर के सभी डिवाइसेज पर इस अपडेट को रोल आउट कर रही है.
साइबर सिक्योरिटी के विशेषज्ञों की साफ सलाह यही है कि:
क्योंकि इंटरनेट पर खतरे हर दिन बढ़ रहे हैं और Zero-Day Bugs जैसे मामले अब आम हो रहे हैं.