Tarn Taran bypoll 2025: पंजाब के तरनतारन विधानसभा सीट पर उपचुनाव पर मतदान चल रहा था जो सुबह 7 बजे से शाम बजे तक हुआ। निर्वाचन आयोग के अनुसार, 59.28% लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। मतदान के दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। पैरामिलिट्री फोर्सेज की तैनाती के साथ-साथ स्थानीय पुलिस भी लगातार क्षेत्र में पेट्रोलिंग करती रही।
यह उपचुनाव इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह सीट पिछले विधायक के इस्तीफे के चलते खाली हुई थी। ऐसे में यह चुनाव सिर्फ प्रतिनिधि चुनने का मामला नहीं, बल्कि राज्य की मौजूदा राजनीति और जनता के मूड को समझने का संकेत भी माना जा रहा है।
LIVE Updates
शाम 5 बजे तक 59.28% मतदान
तरनतारन उपचुनाव के लिए शाम पांच बजे तक 59.28% मतदान हुआ था।
दोपहर 3 बजे तक 47.48% मतदान
उपचुनाव में दोपहर तीन बजे तक 47.48% मतदान हो चुका है।
दोपहर 1 बजे तक 36.62 प्रतिशत मतदान
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, आज दोपहर 1 बजे तक कुल 36.62 प्रतिशत मतदाता अपने मत का इस्तेमाल कर चुके हैं। चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए प्रशासन द्वारा कड़े प्रबंध किए गए हैं और सभी पोलिंग बूथों पर सुरक्षा बल तैनात हैं।
सुबह 11 बजे तक 23.05% वोटिंग हुई है। इस हलके में कुल 1,92,838 मतदाता हैं। इनमें 1,00,933 पुरुष, 91,897 महिला और 8 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 1,357 सर्विस वोटर, 1,657 उम्रदराज़ मतदाता (85 साल से ऊपर), 306 NRI वोटर और 1,488 दिव्यांग मतदाता हैं। 18 से 19 साल के मतदाताओं की संख्या 3,333 है।
इस उपचुनाव में कुल 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें 4 पारंपरिक पार्टियों के, 2 रजिस्टर्ड पार्टियों के और 9 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं। प्रमुख उम्मीदवार इस प्रकार हैं...
आम आदमी पार्टी (AAP): हरमीत सिंह संधू
कांग्रेस: कर्नबीर सिंह बुरज
भाजपा (BJP): हरजीत सिंह संधू
शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal): सुखविंदर कौर रंधावा
आजाद उम्मीदवार (वारिस पंजाब दे): मंदीप सिंह
तरनतारन सीट आम आदमी पार्टी के विधायक डॉ. कश्मीर सिंह के जून 2025 में निधन के कारण खाली हुई थी। इस उपचुनाव का परिणाम 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक माहौल पर असर डाल सकता है। इसलिए सभी पार्टियां इसे लेकर पूरी ताकत झोंक रही हैं।
इस उपचुनाव के बीच शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा की बेटी कंचनप्रीत कौर ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके समर्थकों को अवैध रूप से परेशान किया जा रहा है।