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वीवीपैट पर्चियों के गायब होने पर पंजाब CM भगवंत मान ने उठाए चुनाव आयोग पर सवाल

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वीवीपैट पर्चियों के गायब होने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और कहा कि यह चुनाव की निष्पक्षता और निर्वाचन आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।

👤 Saurabh 10 Nov 2025 10:06 AM

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में चुनाव व्यवस्था और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि वीवीपैट मशीनों की पर्चियों का गायब होना और मिलना, दोनों ही निष्पक्ष चुनाव पर संदेह पैदा करते हैं। यह बयान उन्होंने उस समय दिया, जब वे मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत अमृतसर जाने वाले श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना कर रहे थे।

निष्पक्ष चुनाव पर सवाल

भगवंत मान ने कहा कि वीवीपैट पर्चियों के मिलने की घटनाएँ यह दर्शाती हैं कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी नहीं है। उन्होंने कहा कि "अगर कोई राजनीतिक दल ईवीएम और वोट चोरी पर सवाल उठा रहा है, तो चुनाव आयोग को इसकी स्पष्ट सफाई देनी चाहिए।"

उनके अनुसार, ऐसी घटनाएँ न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं, बल्कि भारत निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर भी संदेह खड़ा करती हैं।

राज्य को आर्थिक मदद नहीं मिलने का आरोप

मान ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब में आई बाढ़ के बाद प्रधानमंत्री ने 1,600 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की थी, लेकिन अब तक राज्य को यह धनराशि नहीं मिली है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार मदद देने के बजाय, राज्य की अन्य योजनाओं के फंड में समायोजन करने की कोशिश कर रही है, जिससे जनता को सीधे नुकसान हो रहा है।

किसानों के लिए राज्य सरकार की योजनाएँ

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार किसानों को राहत और सहायता देने के लिए कई कदम उठा रही है।

सरकार 2 लाख क्विंटल बीज मुफ्त बांट रही है, जिसकी लागत लगभग 74 करोड़ रुपये है।

फसल नुकसान होने पर किसानों को प्रति एकड़ 20,000 रुपये मुआवज़ा दिया जा रहा है, जो देश में किसी भी राज्य द्वारा दिया गया सबसे अधिक मुआवज़ा है।

कांग्रेस पर तीखा हमला

भगवंत मान ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने दावा किया कि तरनतारन उपचुनाव में संभावित हार से घबराकर वड़िंग विवादित बयान दे रहे हैं। मान ने कहा कि यह बौखलाहट का नतीजा है और सामान्य परिस्थितियों में ऐसा व्यवहार कोई जिम्मेदार नेता नहीं कर सकता।

तीर्थ यात्रा योजना के बारे में जानकारी

श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि यह तीर्थ यात्रा गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित है। इस योजना के तहत श्रद्धालुओं को निम्न धार्मिक व ऐतिहासिक स्थानों के दर्शन कराए जा रहे हैं...

श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर)

दुर्गियाना मंदिर

भगवान वाल्मीकि तीर्थ

जलियाँवाला बाग

विभाजन संग्रहालय

उन्होंने कहा कि यह योजना सभी धर्मों, सभी वर्गों और सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए है।