केंद्र सरकार ने पंजाब के लाखों लोगों को राहत देने वाला बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने राजपुरा-मोहाली रेल लिंक प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition) को मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी और फिर रेल लाइन बिछाने का काम शुरू किया जाएगा। पूरे प्रोजेक्ट को पूरा होने में लगभग एक साल का समय लगने की उम्मीद है।
मालवा क्षेत्र के लोगों की यह रेल लाइन करीब 50 साल पुरानी मांग थी। अब इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से पंजाब के लाखों लोगों को सीधी रेल सुविधा मिलने जा रही है। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी और शुरुआती तैयारियां पहले से चल रही हैं।
यह रेल लाइन 18.11 किलोमीटर लंबी होगी और राजपुरा से मोहाली तक बिछाई जाएगी। इस पर कुल 443 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके पूरा होने पर पंजाब के मालवा क्षेत्र को सीधे राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से रेल संपर्क मिलेगा।
केंद्र सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, इस रेल लाइन के निर्माण के लिए पटियाला, फतेहगढ़ साहिब और मोहाली जिलों के गांवों की 52.84 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। यह अधिग्रहण प्रक्रिया पूरा होने के बाद निर्माण कार्य तेज गति से शुरू किया जाएगा।
इस नई रेल लाइन से मालवा क्षेत्र के लगभग 10 जिलों को सीधा लाभ मिलेगा। इसमें पटियाला, संगरूर, राजपुरा और मलेरकोटला जैसे जिले शामिल हैं। इन इलाकों के हजारों लोग रोजाना काम या पढ़ाई के लिए मोहाली और चंडीगढ़ आते हैं। नई लाइन बनने के बाद उनकी यात्रा आसान और तेज हो जाएगी।
अभी तक यात्रियों को चंडीगढ़ पहुंचने के लिए अंबाला मार्ग से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे सफर लंबा और थकाऊ हो जाता है। नई रेल लाइन बनने से यह दूरी लगभग 66 किलोमीटर कम हो जाएगी। इससे लोगों का समय और खर्च दोनों की बचत होगी।
नई रेल लाइन न केवल नौकरीपेशा लोगों और छात्रों के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को भी बड़ी राहत मिलेगी। अब उन्हें लंबी यात्रा नहीं करनी पड़ेगी और वे सीधे ट्रेन से चंडीगढ़ पहुंच सकेंगे।
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