पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को शिरोमणि अकाली दल (SAD) पर बड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि अगर एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति) के नियंत्रण वाले गुरुद्वारों से गोलक यानी दान पेटी हटा दी जाए, तो अकाली दल से जुड़े 95% सदस्य संस्था छोड़ देंगे। मान ने यह बात मुक्तसर में ₹138.82 करोड़ की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखते हुए कही। उन्होंने तंज कसा कि एसजीपीसी अब “गोलक समिति” बनकर रह गई है।
मुख्यमंत्री ने एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अब अकाली दल के नेता धामी मेरे बयान के खिलाफ बोलेंगे, क्योंकि वे पद और सत्ता के मोह में अपने नेताओं के आगे सिर झुकाकर पैर छूते रहते हैं।” मान ने कहा कि वे हमेशा सच बोलते हैं, इसलिए विपक्षी दल उनके खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं।
भगवंत मान ने अपने भाषण में कई पुराने नेताओं पर भी हमला बोला। उन्होंने सुखबीर सिंह बादल, हरसिमरत कौर बादल, बिक्रम मजीठिया, मनप्रीत सिंह बादल, और कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने पंजाब को पीछे धकेल दिया और विकास कार्यों की अनदेखी की। मान ने कहा, “कैप्टन अमरिंदर का परिवार हमेशा सत्ता के साथ रहा है — चाहे मुगल हों, अंग्रेज, कांग्रेस या अब भाजपा।”
हरसिमरत कौर बादल के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मान ने कहा, “वह कहती हैं कि पहले किसी को चिट्टा (ड्रग्स) के बारे में पता नहीं था, लेकिन उस समय मजीठिया को ही चिट्टा कहा जाता था।”
मान ने कहा कि राज्य में यह जांच चल रही है कि कैसे कुछ लोगों ने परिवहन कारोबार पर कब्जा कर लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर नई विकास परियोजना पर उसकी समाप्ति तिथि और लक्ष्य स्पष्ट रूप से लिखे जाएं।
मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान मुक्तसर में दिनभर वकीलों का विरोध प्रदर्शन चलता रहा। एक वकील के खिलाफ दर्ज मामले को लेकर जिला बार एसोसिएशन ने देर शाम डिप्टी कमिश्नर से मुलाकात की। लेकिन जब बात नहीं बनी, तो राज्यभर की बार एसोसिएशनों ने सोमवार और मंगलवार को काम बंद करने का ऐलान कर दिया।
पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल ने डीजीपी को पत्र लिखकर मामले की निगरानी और निष्पक्ष जांच की मांग की है। मुक्तसर बार एसोसिएशन के सचिव एडवोकेट शुभम शर्मा ने कहा कि सभी बार एसोसिएशन इस आंदोलन में साथ हैं और एसएसपी और एसपी (डी) के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।