दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के लोगों को जल्द ही ट्रैफिक जाम से राहत मिलने की संभावना है. लंबे समय से लंबित NH-148A हाईवे का निर्माण अब अपने अंतिम चरण में है. अधिकारियों के अनुसार, बचा हुआ काम अगले चार महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. इस हाईवे के बन जाने से दिल्ली से जेवर के नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक का सफर आसान और तेज हो जाएगा.
हाईवे दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक की भीड़ को काफी हद तक कम करेगा.
DND फ्लाईवे से आश्रम की ओर आने वाला रैंप लगभग तैयार हो चुका है और वहां से बैरिकेड हटा दिए गए हैं. सराय काले खां को जोड़ने वाला दूसरा रैंप भी जल्द पूरा होने वाला है.
सबसे जटिल हिस्सा कालिंदी कुंज के पास आगरा नहर पर बन रहा आर्च ब्रिज है. यह अब अंतिम स्टेज में है. जैसे ही यह ब्रिज बन जाएगा, दिल्ली-फरीदाबाद सेक्शन पूरी तरह से चालू हो जाएगा.
NH-148A हाईवे कुल 91 किलोमीटर लंबा है. इसमें DND से सोहना तक 59 किलोमीटर और सोहना से जेवर तक 32 किलोमीटर है. इस हाईवे की कुल लागत लगभग 7,084 करोड़ रुपए है.
ये हाईवे छह लेन का एक्सेस-कंट्रोल्ड है और दोनों तरफ तीन-तीन लेन की सर्विस रोड भी बनाई गई हैं. हाईवे में 12 किलोमीटर के 8 एलिवेटेड हिस्से, 10 फ्लाईओवर, 6 वाहन अंडरपास और एक रेलवे ओवरब्रिज शामिल हैं.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का पहला फेज कुछ ही हफ्तों में शुरू होने वाला है. NH-148A का जेवर वाला हिस्सा खासतौर पर एयरपोर्ट जाने वाले ट्रैफिक को ध्यान में रखकर बनाया गया है. इस हाईवे के बनने से यात्रियों का सफर तेज और आरामदायक होगा.
इस हाईवे के चालू होने के बाद NH-2 और NH-48 पर ट्रैफिक का दबाव कम होने की उम्मीद है. नया कॉरिडोर NH-19 (दिल्ली-कोलकाता) और NH-48 (दिल्ली-जयपुर-मुंबई) के समानांतर चलेगा. इससे इन व्यस्त हाईवेज पर ट्रैफिक काफी हद तक कम होगा.
साथ ही, यह हाईवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से भी सीधे जुड़ता है, जिससे ट्रैवलिंग और भी सुविधाजनक हो जाएगा.