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पालक नहीं, ये साग है असली पॉवरहाउस! सर्दी-जुकाम से लेकर कमजोरी तक करेगा खत्म!

सर्दियों में हरे साग जैसे सरसों, पालक, मेथी, चौलाई और बथुआ न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं बल्कि इम्यूनिटी बढ़ाने, खून की कमी दूर करने और शरीर को गर्म रखने में भी मददगार हैं.

👤 Samachaar Desk 28 Oct 2025 07:35 PM

सर्दियों का मौसम शुरू होते ही बाजार में तरह-तरह के हरे साग आने लगते हैं - सरसों, पालक, मेथी, चौलाई, बथुआ, सुआ और अंबाडी. ये सभी साग न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होते हैं बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं. इनमें आयरन, विटामिन A, C, K, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को मजबूत बनाने में मदद करते हैं.

साग का सेवन शरीर को इसलिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि ये हल्के मसालों और कम तेल में बनते हैं. इससे ये लो-कैलोरी फूड बन जाता है जो फिटनेस के शौकीनों के लिए भी अच्छा विकल्प है. ये न केवल इम्यूनिटी बढ़ाते हैं बल्कि शरीर को ठंड से बचाने में भी मदद करते हैं.

मेथी का साग – ब्लड शुगर के लिए फायदेमंद

मेथी का साग डायबिटीज के मरीजों के लिए खास फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है. इससे वजन घटाने में भी मदद मिलती है.

चौलाई का साग – बालों और एनर्जी के लिए बेहतरीन

अगर बाल झड़ने की समस्या है तो चौलाई का साग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. इसमें प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होते हैं जो बालों को मजबूत बनाने और शरीर में एनर्जी बढ़ाने का काम करते हैं.

बथुआ – पाचन शक्ति का रखे ख्याल

बथुआ अक्सर खेतों में खरपतवार की तरह उग जाता है, लेकिन इसके फायदे किसी औषधि से कम नहीं. इसमें विटामिन A, C और कैल्शियम होता है जो पेट को साफ रखता है और पाचन क्रिया को सुधारता है. साथ ही यह त्वचा को ग्लोइंग बनाने में भी मदद करता है.

सरसों का साग – दर्द और सूजन से राहत

सरसों का साग पंजाब की पहचान है. यह साग विटामिन K और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो शरीर की सूजन कम करने और दर्द से राहत देने में मदद करते हैं. यह लिवर को डिटॉक्स करने में भी असरदार है.

पालक – बढ़ाए हीमोग्लोबिन और इम्यूनिटी

पालक सर्दियों में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला साग है. यह आयरन और फोलेट का अच्छा स्रोत है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है. साथ ही इसमें मौजूद विटामिन C आपकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है.

सुआ या सोया का साग – हार्मोनल बैलेंस में सहायक

सुआ का साग कैल्शियम और फ्लेवोनॉयड्स से भरपूर होता है. यह ब्लोटिंग कम करने और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है, खासकर महिलाओं के लिए यह फायदेमंद होता है.

अंबाडी साग – खून की कमी दूर करे

अंबाडी साग, जिसे गोंगुरा भी कहते हैं, विटामिन C और आयरन से भरपूर होता है. यह शरीर से टॉक्सिन्स निकालता है और एनिमिया यानी खून की कमी को दूर करने में मदद करता है.

सर्दियों में मिलने वाले ये हरे साग न सिर्फ शरीर को गर्म रखते हैं, बल्कि हर साग अपनी अलग पोषक विशेषता के कारण किसी औषधि से कम नहीं. इसलिए इस मौसम में अपने भोजन में अलग-अलग साग जरूर शामिल करें - ताकि स्वाद के साथ सेहत भी बनी रहे.