सर्दियों का मौसम अक्सर घुटनों और जोड़ों के दर्द को बढ़ा देता है. ठंडी हवा मांसपेशियों को जकड़ देती है और जोड़ कम लचीले हो जाते हैं. इसके कारण चलने-फिरने, बैठने और उठने में परेशानी होती है. सिर्फ घुटनों में तेल लगाना या एक्सरसाइज करना ही काफी नहीं होता. इसके लिए कुछ खास तरीके अपनाने की जरूरत है.
यदि आप रोजाना थोड़ी स्ट्रेचिंग करें तो घुटनों का दर्द कम हो सकता है. इसके लिए एक कुर्सी पर बैठें और पैरों को ऊपर उठाकर आगे और पीछे की ओर करें. इसे 15 मिनट तक करें. ये तरीके थाई मसल्स को एक्टिव करता है और घुटनों को मजबूती देता है.
पीठ को सहारा देते हुए स्ट्रेचिंग करना भी जरूरी है. इसके लिए कुर्सी या दीवार का सहारा लें. घुटनों और पिंडलियों के नीचे तकिया या रोल रखें और पैरों को फैलाएं. इसे 15 बार दोहराएं. इससे जोड़ों की अकड़न कम होती है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है.
पिंडली की मांसपेशियों को एक्टिव रखने के लिए दीवार का सहारा लें. एड़ियों को ऊपर उठाएं और फिर नीचे रखें. इसे 15 बार दोहराएं. ये बैलेंस सुधारता है और घुटनों पर दबाव कम करता है.
घुटनों के तनाव को कम करने के लिए दीवार से पीठ टिकाकर खड़े हों और पैरों को थोड़ी दूरी पर रखें. पैरों के अगले हिस्से को ऊपर उठाएं और नीचे लाएं. इससे टखनों का लचीलापन बढ़ता है और घुटनों पर दबाव कम होता है.
सर्दियों में सुबह की धूप में घुटनों की मालिश करना फायदेमंद होता है. गर्म तिल के तेल से हल्के हाथों से घुटनों की मालिश करें. ये ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, मांसपेशियों की अकड़न कम करता है और घुटनों को प्राकृतिक गर्माहट भी देता है और दर्द में काफी आराम मिलता है.
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