अंडा हमारी रोजमर्रा की डाइट का अहम हिस्सा है. सुबह के नाश्ते से लेकर हेल्दी डाइट तक, अंडे को प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत माना जाता है. लेकिन अगर अंडा खराब हो जाए और गलती से खा लिया जाए, तो यह हेल्दी फूड खतरनाक साबित हो सकता है. खराब अंडा खाने से पेट में संक्रमण, उल्टी, दस्त और फूड प्वाइजनिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि अंडे की ताजगी कैसे जांची जाए और खराब अंडा खाने से क्या नुकसान हो सकते हैं.
खराब अंडे में साल्मोनेला बैक्टीरिया पनप सकता है. यह बैक्टीरिया पेट की आंतों में जाकर सूजन और इन्फेक्शन पैदा करता है. इससे पाचन ठीक से नहीं हो पाता और पेट में गैस, जलन और दर्द होने लगता है. यदि समय पर इलाज न किया जाए, तो यह संक्रमण खून तक फैल सकता है. कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं.
1. गंध से पहचानें: अंडा फोड़ते ही यदि उसमें सड़ी या बदबूदार महक आए, तो वह खराब है.
2. पानी टेस्ट: कटोरे में पानी भरें और अंडा डालें. अगर अंडा नीचे बैठ जाए, तो ताजा है. अगर वह ऊपर तैरने लगे, तो यह खराब है.
3. रंग और बनावट: अंडे की सफेदी बहुत पतली हो या पीले दाग लगे हों और टेस्ट फीका लगे, तो उसे न खाएं.
4. छिलका चेक करें: फटा, चिपचिपा या फफूंदी वाला अंडा खाने योग्य नहीं होता.
1. खरीदते समय ध्यान दें: अंडे का कार्टन खोलकर देखें, अगर दरार या गंदगी हो तो वह अंडा न खरीदें.
2. रेफ्रिजरेटर में स्टोर करें: अंडों को तुरंत ठंडी जगह पर रखें.
3. एक्सपायरी डेट चेक करें: अंडों का इस्तेमाल उनकी एक्सपायरी डेट के अनुसार ही करें.
अंडा एक हेल्दी और पौष्टिक फूड है, लेकिन खराब अंडा गंभीर खतरे पैदा कर सकता है. इसलिए इसे खाने से पहले ताजगी जांचना और सही तरीके से स्टोर करना बेहद जरूरी है. ऐसा करने से आप अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं और पेट संबंधी गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं.
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