दिवाली के बाद दिल्ली और इसके आसपास के शहरों जैसे नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण काफी बढ़ गया है. 11 नवंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 428 तक पहुंच गया, जो बहुत ही खराब माना जाता है. इतना प्रदूषण होने से लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. इस वजह से दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को लागू किया गया है. खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह हवा खतरनाक साबित हो रही है.
प्रदूषण से बचने के लिए दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के लोग अब हिमाचल और उत्तराखंड के हिल स्टेशनों की ओर रुख कर रहे हैं. ऐसी जगहों की हवा साफ और ताजगी भरी होती है. आज हम आपको दिल्ली से सिर्फ 300 किलोमीटर दूर एक जगह के बारे में बता रहे हैं, जो हवा की शुद्धता के लिए मशहूर है.
उत्तराखंड का लैंसडाउन दिल्ली से 278 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए ट्रेन, बस या निजी गाड़ी का विकल्प है. यह हिल स्टेशन समुद्र तल से लगभग 1700 मीटर ऊंचाई पर है और देवदार के घने जंगलों से घिरा हुआ है. लैंसडाउन अपनी खूबसूरती और शांति के लिए जाना जाता है और यहां हर साल कई पर्यटक आते हैं.
लैंसडाउन एडवेंचर और नेचर लवर्स दोनों के लिए खास है. यहां आप ट्रैकिंग कर सकते हैं. लोकप्रिय ट्रेल्स में काली घाटी, मालिनी बैराज और कंडोलिया मंदिर शामिल हैं. इसके अलावा, यहां गढ़वाली और कुमाऊंनी व्यंजन भी चख सकते हैं.
वॉर मेमोरियल: गढ़वाल राइफल्स के वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने वाला डिफेंस म्यूजियम. कालागढ़ टाइगर रिजर्व: बाघ, हिरण और अन्य जानवर देखने के लिए शानदार जगह. भुल्ला झील: नाव की सवारी और सुंदर नजारों का आनंद. धार्मिक स्थल: तारकेश्वर महादेव मंदिर, संतोषी मां मंदिर और दो चर्च. टिप-एन-टॉप व्यू पॉइंट: हिमालय की चोटियों और घाटियों का मनमोहक दृश्य, खासकर सूर्यास्त.
लैंसडाउन पहुंचना आसान है. आप कश्मीरी गेट से बस या NH534 मार्ग से कार के जरिए जा सकते हैं. समय लगभग 6-7 घंटे लगता है. ट्रेन से पहुंचने के लिए कोटद्वार उतरकर टैक्सी या बस लेनी होगी.
लैंसडाउन अपने प्राकृतिक सौंदर्य, साफ हवा और शांति के लिए दिल्ली से एक बेहतरीन छुट्टी स्थल साबित हो सकता है.