अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सांसदों के साथ एक निजी डिनर के दौरान बड़ा दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य टकराव में 'पांच जेट मार गिराए गए', ट्रंप के इस बयान ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है.
हालांकि ट्रंप ने यह नहीं बताया कि ये जेट किस देश के थे, लेकिन उनके इस दावे ने भारत-पाक संघर्ष के दौरान हवाई हमलों और जवाबी कार्रवाइयों की तीव्रता को लेकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है. भारत और पाकिस्तान दोनों ने अपने-अपने दावे किए हैं, लेकिन पक्के सबूत अब भी सामने नहीं आए हैं.
ट्रंप ने कहा, दरअसल, विमानों को हवा से गिराया जा रहा था. चार या पांच नहीं, मैं कहता हूं कि पांच जेट्स मार गिराए गए थे. उन्होंने यह टिप्पणी भारत और पाकिस्तान के बीच हुए उस संक्षिप्त लेकिन घातक सैन्य टकराव पर की, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुआ था.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले में 26 निर्दोष की जान चली गई थी, जिनमें कई पर्यटक भी शामिल थे. इसके जवाब में भारत ने 7 मई की रात से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत की. यह ऑपरेशन 72 घंटे तक चला जिसमें भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने समन्वित तरीके से पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों और सैन्य ढांचों को निशाना बनाया. जिसके बाद नापाक कई देशों से भारत से शांति की बात करने लगा और फिर सीजफायर हो गया हालांकि यह सीजफायर का एलान भारत की ओर से होना चाहिए था लेकिन ट्रंप केडिट लेने में पीछे नहीं हटते हैं लेकिन के लिए सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर एलान कर दिया.
पाकिस्तान लगातार यह दावा करता रहा है कि उसने इस संघर्ष के दौरान भारत के तीन राफेल विमान मार गिराए और भारतीय पायलटों को पकड़ लिया। हालांकि अब तक पाकिस्तान ने इन दावों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया है. भारत ने राफेल लड़ाकू विमानों के नुकसान के दावों को सिरे से खारिज किया है. 11 मई को एयर मार्शल ए.के. भारती ने साफ किया कि 'सभी भारतीय पायलट सुरक्षित लौटे हैं.
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में शांग्री-ला डायलॉग के दौरान कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं कि विमान गिरे, महत्वपूर्ण यह है कि क्यों गिरे। संख्याएं महत्वपूर्ण नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत ने जल्दी ही अपनी रणनीति बदली और 300 किलोमीटर भीतर पाकिस्तान के अत्यंत संरक्षित एयरबेस पर मीटर-स्तर की सटीकता से हमले किए.
15 जून को फ्रेंच रक्षा कंपनी दसॉल्ट एविएशन के चेयरमैन एरिक ट्रापियर ने पाकिस्तान के दावों को सिरे से नकारते हुए कहा कि पाकिस्तान जो तीन राफेल विमानों को गिराने की बात कर रहा है, वह पूरी तरह तथ्यात्मक रूप से गलत है...जब पूरी जानकारी सामने आएगी तो सच्चाई कई लोगों को चौंका सकती है.
ट्रंप ने दावा किया कि मई 10 को घोषित हुए युद्धविराम में अमेरिका की कूटनीतिक भूमिका रही. उन्होंने कहा कि हमने बहुत सी जंगों को रोका है... भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे...हमने कहा कि व्यापार समझौता नहीं होगा जब तक हथियार चलेंगे... और हमने इसे सुलझा लिया. हालांकि भारत ने ट्रंप की मध्यस्थता की भूमिका को खारिज किया है. भारत का आधिकारिक रुख है कि यह संकट पूरी तरह द्विपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाया गया और किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं रही.
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