उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में बुधवार रात लगभग डेढ़ बजे एक घाट पर भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।
समाचार एजेंसी एएफ़पी के अनुसार, प्रयागराज सिटी के एक डॉक्टर ने नाम न सार्वजनिक करने की शर्त पर बताया कि इस हादसे में कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हुए हैं। वहीं, बीबीसी के संवाददाता विकास पांडे ने प्रयागराज में मौजूद एक स्वास्थ्य कर्मी से बात की, जिन्होंने कम से कम 12 लोगों की मौत की पुष्टि की।
स्वास्थ्य कर्मी, जिन्होंने पहचान गुप्त रखने की शर्त पर जानकारी दी, ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल पर कई शव देखे हैं। हालांकि, प्रशासन की ओर से अभी तक किसी भी मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली। वहीं, मुख्यमंत्री ने पूरे मामले पर चुप्पी तोड़ी लेकिन हताहतों की स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक्स अकाउंट पर श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा, महाकुंभ में आए प्रिय श्रद्धालु, माँ गंगा के जिस घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें। संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। आप सभी प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें। संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है, किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
मंगलवार देर शाम से ही मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान चल रहा था, उसी दौरान यह हादसा हुआ। चश्मदीदों के अनुसार, अचानक भीड़ ने बैरियर तोड़ दिए और घाट पर बैठे लोगों पर चढ़ गई, जिससे भगदड़ मच गई।
प्रशासन का कहना है कि इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। घटना के बाद सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
यह हादसा कुंभ मेले की विशालता और वहां मौजूद भीड़ की स्थिति को दर्शाता है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की ओर से बार-बार श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे संयम बनाए रखें और स्नान के लिए निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें।
इस घटना ने कुंभ मेले में सुरक्षा इंतजामों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए प्रशासन को और अधिक प्रभावी कदम उठाने होंगे।