बिहार की राजनीति में इस समय बयानबाज़ी का दौर गरमाया हुआ है. हाल ही में आरजेडी और कांग्रेस के एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई, जिसमें उनकी मां को गाली दी गई. इस पर पीएम मोदी ने कड़ा जवाब देते हुए कहा कि यह सिर्फ उनकी मां का अपमान नहीं, बल्कि पूरे देश की मां-बहन-बेटियों का अपमान है.
पीएम मोदी ने भावुक होते हुए कहा, “मां ही तो हमारा संसार होती है, मां ही हमारा स्वाभिमान होती है. बिहार जैसे समृद्ध परंपरा वाले राज्य में इस तरह का व्यवहार मैंने कभी सोचा भी नहीं था.” उन्होंने कहा कि उनकी मां का राजनीति से कोई संबंध नहीं रहा, फिर भी उन्हें निशाना बनाया गया.
बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड के शुभारंभ समारोह में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस अपमान को सुनकर जितना दुख उन्हें हुआ है, उतनी ही पीड़ा बिहार की माताओं और बेटियों को भी हुई होगी. उन्होंने अपने दर्द को साझा करते हुए कहा कि इतनी सारी माताओं और बहनों के सामने अपनी बात रखने से उन्हें शक्ति मिलती है.
पीएम मोदी ने धार्मिक परंपराओं का जिक्र करते हुए कहा कि आज से 20 दिन बाद नवरात्रि शुरू होगी और उसके लगभग 50 दिन बाद बिहार का सबसे बड़ा पर्व छठ मनाया जाएगा. उन्होंने कहा, “मोदी तो गाली देने वालों को एक बार माफ कर सकता है, लेकिन भारत की धरती कभी मां का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी.” उन्होंने आरजेडी और कांग्रेस नेताओं से सात बहिनी और छठी मैया से माफी मांगने की मांग की.
पीएम मोदी ने कहा कि गाली देने वालों की सोच हमेशा यही रही है कि महिलाएं कमजोर होती हैं. लेकिन केंद्र सरकार का लक्ष्य महिलाओं को सशक्त बनाना है. उन्होंने वादा किया कि एनडीए सरकार माताओं और बहनों के जीवन को आसान बनाने के लिए बिना थके और बिना रुके काम करती रहेगी.
पीएम मोदी के इस बयान ने बिहार की सियासत में नया रंग भर दिया है. जहां विपक्षी दलों की आलोचना तेज हो रही है, वहीं प्रधानमंत्री ने इसे केवल व्यक्तिगत मुद्दा न बताकर पूरे देश की महिलाओं के सम्मान से जोड़ दिया. अब देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में इसका राजनीतिक असर किस रूप में दिखाई देता है.
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