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साइबर ठगी से बचना चाहते हैं तो अभी से इन चीजों की बांध लें गांठ, नहीं तो ....

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सतर्क रहें. अनजान कॉल, ईमेल या लिंक पर भरोसा न करें. ठगी होने पर तुरंत 1930 नंबर या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें और अपनी कमाई सुरक्षित रखें.

👤 Samachaar Desk 27 Sep 2025 08:56 PM

आज की डिजिटल दुनिया ने हमारी जिंदगी आसान बना दी है. ऑनलाइन बैंकिंग, डिजिटल वॉलेट और यूपीआई पेमेंट्स ने लेन-देन को बेहद सुविधाजनक बना दिया है. लेकिन जहां तकनीक ने जीवन को सरल बनाया है, वहीं साइबर अपराधों के मामले भी तेजी से बढ़े हैं. जालसाज लगातार नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि हम सतर्क रहें और सही जानकारी के साथ खुद को सुरक्षित रखें.

साइबर फ्रॉड करने वाले अक्सर कॉल, ईमेल या मैसेज के जरिए लोगों को निशाना बनाते हैं. वे खुद को बैंक अधिकारी, पुलिस या सरकारी एजेंसी का कर्मचारी बताकर जानकारी मांगते हैं. कई बार डर दिखाकर या धमकी देकर पैसे ऐंठने की कोशिश की जाती है. इस तरह की कॉल या मैसेज आने पर सबसे पहला कदम होना चाहिए – तुरंत कॉल काट देना और कोई भी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करना.

डिजिटल अरेस्ट और फर्जी कॉल से सावधान

हाल ही में "डिजिटल अरेस्ट" के नाम पर नए प्रकार की ठगी सामने आई है. इसमें जालसाज पुलिसकर्मी या सरकारी अधिकारी बनकर यह कहते हैं कि आपका नाम किसी केस में आ गया है या आपका कोई करीबी फंसा हुआ है. इसके एवज में वे पैसे की मांग करते हैं. याद रखें, पुलिस कभी फोन पर न तो पैसों की मांग करती है और न ही सीधे इस तरह की धमकी देती है. ऐसे मामलों में घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत इसकी शिकायत करें.

अनजान लिंक्स और मैसेज से रहें दूर

कई बार फ्रॉड करने वाले असली जैसे दिखने वाले फर्जी लिंक भेजते हैं. यदि कोई व्यक्ति इनपर क्लिक कर दे तो उसके मोबाइल या कंप्यूटर का पूरा एक्सेस अपराधियों के पास चला जाता है. इससे वे बैंक खाते खाली कर सकते हैं या निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं. इसलिए कभी भी किसी अनजान लिंक, ईमेल अटैचमेंट या संदिग्ध मैसेज पर क्लिक न करें.

फ्रॉड होने पर क्या करें?

अगर गलती से आप किसी ठगी का शिकार हो जाते हैं या कोई महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर देते हैं, तो तुरंत कदम उठाना जरूरी है. आप नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. इसके अलावा राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल ([https://cybercrime.gov.in/](https://cybercrime.gov.in/)) पर भी ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है. समय पर शिकायत करने से न केवल अपराध रोकने में मदद मिलती है, बल्कि पैसे वापस मिलने की संभावना भी बढ़ जाती है.

साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए सतर्क रहना ही सबसे बड़ा हथियार है. कभी भी अनजान कॉल, ईमेल या लिंक पर भरोसा न करें। थोड़ी सी जागरूकता आपकी मेहनत की कमाई और निजी जानकारी को सुरक्षित रख सकती है.