दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट के बाद अब केंद्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की अहम बैठक हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और एनएसए अजीत डोभाल शामिल हुए. इस बैठक में सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई.
बैठक में ब्लास्ट में मारे गए 12 लोगों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में इस हमले की कड़ी निंदा की गई और आतंकवाद पर सरकार की ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति को दोहराया गया. उन्होंने कहा, “सरकार आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाएगी, चाहे इसके पीछे कोई भी क्यों न हो.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह धमाका देश की सुरक्षा के खिलाफ एक गंभीर साजिश है. उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा. भूटान से लौटने के बाद पीएम मोदी ने एलएनजेपी अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “दिल्ली विस्फोट में घायल लोगों से मिलने अस्पताल गया. सभी के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. इस साजिश के पीछे जो भी हैं, उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा.”
दिल्ली पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने बताया कि विस्फोट से पहले जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले आतंकी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया था. इस मॉड्यूल का संबंध जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से बताया जा रहा है. पुलिस ने 3 डॉक्टर समेत 8 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. जांच में यह भी सामने आया कि आरोपियों के पास से करीब 2,500 किलो अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम क्लोरेट और सल्फर बरामद हुए हैं. एफएसएल रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल हुआ है.
ब्लास्ट के बाद दिल्ली और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस और सुरक्षाबलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है.