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Labh Panchami Upay 2025 : घर में सुख-समृद्धि बढ़ाने का मौका! लाभ पंचमी पर करें ये उपाय, बन जाएंगे मालामाल

Labh Panchami Upay 2025 : लाभ पंचमी दीपावली का समापन पर्व है. इस दिन गणेश-लक्ष्मी पूजा, बहीखाता पूजन, दान और विशेष उपाय करने से धन, सौभाग्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है तथा व्यापार में वृद्धि होती है.

👤 Samachaar Desk 26 Oct 2025 06:33 PM

Labh Panchami Upay 2025 : दीपावली का पांच दिवसीय पर्व धनतेरस से शुरू होकर लाभ पंचमी पर समाप्त होता है. यह दिन समृद्धि, सौभाग्य और नए आरंभ का प्रतीक माना जाता है. इसे सौभाग्य पंचमी, ज्ञान पंचमी या लाभ पंचम के नाम से भी जाना जाता है. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाने वाली लाभ पंचमी 2025 में 26 अक्टूबर को पड़ रही है. इस दिन व्यापारी वर्ग विशेष रूप से नए बहीखातों की पूजा करते हैं और आने वाले वर्ष में व्यापारिक वृद्धि की कामना करते हैं.

लाभ पंचमी का धार्मिक महत्व

लाभ पंचमी को देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने का दिन माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा और उपाय से धन, सौभाग्य और सफलता में वृद्धि होती है. व्यापारी वर्ग इस दिन दिवाली के बाद अपने नए व्यवसायिक वर्ष की शुरुआत करता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन किया गया कार्य दीर्घकाल तक लाभदायक होता है.

गणेश-लक्ष्मी पूजन विधि

लाभ पंचमी की शाम स्नान करके घर या दुकान के पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ करें.

भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्तियों को लाल या पीले कपड़े पर स्थापित करें. पहले भगवान गणेश को दूर्वा, मोदक और सिंदूर अर्पित करें. फिर माता लक्ष्मी को लाल वस्त्र, कमल या गुलाब के फूल, इत्र और खीर का भोग लगाएं. पूजा के दौरान दीप जलाएं और धूप-दीप के साथ आरती करें.

बहीखाता पूजन का महत्व

व्यापारियों के लिए लाभ पंचमी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है बहीखाता पूजन. इस दिन पुराने खातों का समापन और नए बहीखातों की शुरुआत की जाती है.

पूजा से पहले अपनी तिजोरी, कैश काउंटर या अकाउंट बुक्स को साफ करें. पूजा के समय उन्हें पूजा स्थल पर रखकर रोली, अक्षत, पुष्प और दीपक अर्पित करें. ऐसा करने से वर्षभर व्यापार में वृद्धि और लाभ के योग बनते हैं.

दान का पुण्य और महत्व

धार्मिक मान्यता के अनुसार, लाभ पंचमी पर किया गया दान अक्षय फल प्रदान करता है. इस दिन अपनी क्षमता अनुसार जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, मिठाई या धन का दान करें. ऐसा करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में स्थायी समृद्धि का वास होता है.

घर और कार्यस्थल की सफाई का महत्व

लाभ पंचमी से पहले पूरे घर और कार्यस्थल की अच्छी तरह सफाई करें. इसके बाद हर कोने में गंगाजल का छिड़काव करें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर सकारात्मकता का संचार होता है. संध्या के समय घर और दुकान पर दीप जलाना शुभ माना जाता है, जिससे लक्ष्मी जी का आगमन होता है.

धन आकर्षण का विशेष उपाय

पूजा के बाद एक लाल कपड़े में हल्दी की गांठ, एक सिक्का और थोड़े से अक्षत (चावल) बांध लें. इसे अपनी तिजोरी, कैश बॉक्स या धन स्थान पर रखें. ऐसा करने से घर में स्थायी लक्ष्मी का वास होता है और धन वृद्धि के योग बनते हैं.